देवास. देवास के प्राचीन एतिहासिक मंदिर (historical temple) की खुदाई में अष्टधातु की 7 प्रतिमाएं निकली हैं. ये मंदिर 800 से 1000 साल पुराना है. खुदाई में मिलीं प्रतिमाएं उससे भी पुरानी हो सकती हैं. पुरातत्वविद इनका अध्ययन करेंगे. फिर इन प्रतिमाओं को इसी जैन मंदिर (Jain Temple) में स्थापित कर दिया जाएगा.
देवास शहर के बड़ा बाजार में अति प्राचीन जैन मंदिर है. इसकी खुदाई का काम चल रहा था. उसी दौरान जमीन से एक के बाद एक 7 मूर्तियां निकलीं. ये अष्टधातु (Ashtadhatu) की हैं. प्रतिमाएं सैकड़ों वर्ष पुरानी मानी जा रही हैं, जो लाखों रुपये की होने का अनुमान है.
अष्टधातु की मूर्तियां
शहर के बड़ा बाजार में स्थित आदिश्वर जैन मंदिर सबसे पुराना माना जाता है. उसके साक्ष्य भी यहां देखे गए हैं. मंदिर के पास आराधना भवन, धर्मशाला, भोजन शाला आदि के निर्माण के लिए खुदाई का काम चल रहा था. उसी दौरान वर्षो पुरानी अष्टधातु से बनी 7 जैन भगवान की प्रतिमाएं मिली हैं. आदेश्वर जैन मंदिर समिति के अध्यक्ष राजेश जैन ने बताया कि यह मंदिर करीब 800 से 1000 वर्ष पुराना है. यहां अब आराधना भवन का निर्माण किया जा रहा है. खुदाई के दौरान प्रतिमाएं मिली हैं जो भगवान आदिश्वर (Lord Adishwar) की हैं. यह प्रतिमाएं अष्ट धातुओं से मिलकर बनी हैं. अनुमान ऐसा लगाया जा रहा है कि यह मूर्तियां भी करीबन 800 वर्ष पुरानी हैं. इन सभी प्रतिमाओं को विधि विधान से मंदिर में स्थापित करके उनकी पूजा अर्चना की जाएगी.
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