लाख कोशिशों के बावजूद नहीं लग रही लगाम
पिछले साल से अब तक 409 नए मरीज मिले
इंदौर, प्रदीप मिश्रा। इंदौर जिले (Indore district) में एड्स पीडि़तों (AIDS victims) की संख्या हर साल लगातार बढ़ती जा रही है। एड्स कंट्रोल (AIDS control) यानी एचआईवी नियंत्रण विभाग (HIV control department) के अनुसार इंदौर जिले (Indore district) में 6000 से ज्यादा एड्स पीडि़त (AIDS victims) मौजूद हैं।
एड्स के लिए यह जरूरी नहीं कि एड्स की बीमारी का कारण सिर्फ अनैतिक सम्बन्ध ही हो। कई बार संक्रमित सूई या एचआईवी संक्रमित (HIV infected) रक्त या व्यक्ति के सम्पर्क में आने से भी कई लोग एड्स का शिकार हो रहे हैं। डाक्टरों का कहना है कि लाख कोशिशों के वाबजूद एड्स महामारी (AIDS epidemic) के आंकड़ों पर यदि लगाम नहीं लग रही है तो इसके लिए अधिकांश लोग दूसरों की लापरवाही के चलते इस बीमारी के शिकंजे में फंस रहे हैं।
INDORE :
सबसे ज्यादा सेक्स वर्कर व समलैंगिक इंदौर में
एड्स नियंत्रण कंट्रोल के अनुसार प्रदेश में सबसे ज्यादा सेक्स वर्कर (sex workers) औऱ समलैंगिकों (homosexuals) की संख्या इंदौर में है। पिछले महीनों में थाईलैंड की लड़कियों को देह व्यापार के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। इंदौर में 2 महीनों में आये दिन सेक्स रैकेट की खबरें सुर्खियां बनती रहती हंै। इतना ही नहीं इंदौर पुलिस जेंडर चेंज करके देह व्यापार करने वालों को भी रंगे हाथों गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अलावा सीमा पार बांग्लादेश (Bangladesh) की लड़कियों सहित अन्य देशों की युवतियां देह व्यापार (prostitution) में रंगे हाथ पकड़ी जा चुकी हैं।
शहर समलैंगिक सेक्स वर्कर
इंदौर 1570 2513
भोपाल 766 1374
जबलपुर 795 686
ग्वालियर 849 898
इंदौर सहित 4 महानगरों के यह तो सिर्फ अधिकृत आंकड़े हैं, जबकि इनकी वास्तविक संख्या 5 से 10 गुना ज्यादा है।
INDORE :
पिछले साल 409 नए मरीज मिले
पिछले 10 सालों से इंदौर में 6756 एड्स पीडि़त मौजूद हैं, जिनमें 6389 पुरुष और 367 महिला मरीज हैं। पिछले साल 2021 से अब तक 409 नए एड्स पीडि़त सामने आए हैं, जिनमें 368 पुरुष व 41 महिलाएं हैं। पिछले 10 सालों एड्स से 750 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। एचआईवी पीडि़त पुरुषों (men with HIV) औऱ महिलाओं व बच्चो के अलावा इंदौर जिले 62 किन्नर भी हैं, जिनकी शहर में संख्या 26 बाकी जिले में 36 हैं।
एड्स मरीजों की संख्या…साल 2012 से 2021 तक
वर्ष पुरुष महिला टोटल
2012 855 46 901
2013 855 38 893
2014 827 58 885
2015 640 28 668
2016 615 29 644
2017 558 40 598
2018 661 34 695
2019 672 31 703
20 20 338 22 360
20 21 368 41 409
टोटल 6389 367 6756
INDORE :
एक मरीज के इलाज पर हर साल डेढ़ लाख का खर्च
एड्स नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बड़े दुख की बात है कि सरकार 1 मरीज के इलाज पर सालभर में 1 लाख पचास हजार रुपए खर्च करती है। जब तक वह मरीज जीवित रहता है। इसका इलाज तब तक जारी रहता है। यानी करोड़ो रूपए खर्च होने के बाद भी कुछ लोगों की नादानी के कारण इस बीमारी का खात्मा नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा सबसे बड़े दुख की बात यह है कि इस बीमारी की चपेट में कई बेगुनाह, निर्दोष ऐसे भी हंै, जिन्होंने जीवन में कभी गलती नहीं की, मगर दूसरों की लापरवाही के चलते उन्हें मरते दम तक इसी बीमारी के जीना है।
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