मुंबई। पश्चिम रेलवे का 65 वाॅं रेल सप्ताह पुरस्कार समारोह मंगलवार, 22 दिसम्बर, 2020 को रेल निकुंज सभागार, मुंबई सेंट्रल में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आलोक कुमार के गरिमापूर्ण मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस समारोह का यू ट्यूब लिंक के माध्यम से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सीधा प्रसारण किया गया। यह पुरस्कार समारोह हर वर्ष पश्चिम रेलवे के ऐसे कुशल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम के समर्पण एवं कड़ी मेहनत को पहचान कर उन्हें पुरस्कार प्रदान करने हेतु मनाया जाता है, जो कठिनतम चुनौतियों का सामना करने को हमेशा तैयार रहते हैं। यह न केवल पुरस्कृत होने वाले अधिकारियों तथा कर्मचारियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिये उत्साहित करता है, अपितु अन्य कर्मचारियों को भी आने वाले वर्ष में सबसे श्रेष्ठ कार्य करने की प्रेरणा देता है। इस सप्ताह के दौरान मंडलों को विभिन्न श्रेणियों में कार्यकुशलता शील्डें प्रदान की जाती है। वर्ष 2019-20 में विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ कार्य निष्पादन के लिए कंसल ने विभिन्न मंडलों एवं इकाइयों को 26 कार्यकुशलता शील्डें प्रदान कीं। इस वर्ष एक नई शील्ड की शुरुआत की गई है, जो उस मंडल को दी गई, जिसने गत वर्ष की अपेक्षा अपनी कार्यकुशलता में सर्वाधिक सुधार किया है। यह पहली शील्ड इस वर्ष राजकोट मंडल को पहले स्थान पर रहने के लिए मिली, जबकि भावनगर मंडल को दूसरे स्थान पर रहने के लिए प्रदान की गई। 2019-20 हेतु महाप्रबंधक की सबसे प्रतिष्ठित समग्र कार्यकुशलता शील्ड रतलाम एवं अहमदाबाद मंडलों ने संयुक्त रूप से जीती। कंसल ने दोनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों को यह शील्ड प्रदान की। इस महत्त्वपूर्ण अवसर पर महाप्रबंधक आलोक कंसल ने 155 अधिकारियों/कर्मचारियों को सर्वोत्कृष्ट सेवाओं के लिए योग्यता प्रमाण पत्र, कार्यकुशलता पदक एवं नगद पुरस्कार से सम्मानित किया। इस अवसर पर पश्चिम रेलवे महिला समाज कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल, पश्चिम रेलवे के अपर महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे महिला समाज कल्याण संगठन की उपाध्यक्षा, प्रधान मुख्य विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी एवं पुरस्कार विजेता सोशल डिस्टेंसिंग आदि मानकों का पालन करते हुए उपस्थित थे। कोविड-19 के स्वास्थ्य सम्बंधी प्रोटोकॉल की अनुपालना के अनुसार रेल निकुंज सभागृह के मुख्यालय में कुछ ही पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। शेष सभी पुरस्कार विजेताओं को वर्चुअल माध्यम से यू ट्यूब लिंक के माध्यम से सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। महाप्रबंधक आलोक कंसल ने 65 वें रेल सप्ताह के अवसर पर सभी रेलकर्मियों एवं उनके परिवारजनों को शुभकामनाएं दीं तथा सर्वश्रेष्ठ कार्य निष्पादन के लिये पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पश्चिम रेलवे ने विपरीत परिस्थितियों तथा कई चुनौतियों के बावजूद कई महत्त्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं। उन्होंने कहा कि मानवशक्ति अथवा कर्मचारी किसी भी संगठन की सबसे महत्त्वपूर्ण एवं अग्रणी शक्ति एवं सम्पत्ति होते हैं। एक प्रेरित टीम हमेशा अपने संगठन के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए जी जान से जुटी रहती है।
कंसल ने पश्चिम रेलवे के छह अधिकारियों तथा कर्मचारियों को माननीय रेलमंत्री का प्रतिष्ठित अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता एवं गर्व व्यक्त किया। पश्चिम रेलवे को इस वर्ष रेलवे बोर्ड स्तर पर सिविल इंजीनियरिंग, सुरक्षा तथा सेल्स मैनेजमेंट शील्डें भी प्राप्त हुई हैं।
उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक लोको शेड, वडोदरा ने ‘पुश-पुल’ प्रोजेक्ट हेतु राष्ट्रीय स्तर पर क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया का रजत पुरस्कार जीत कर उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त की है। ब्यूरो आफ एनर्जी एफिशियेंसी, उर्जा मंत्रालय द्वारा प्रदत्त तीन प्रतिष्ठित राष्ट्रीय उर्जा संरक्षण अवार्ड भी पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2020 के लिये जीते हैं। इनमें से ट्रांसपोर्ट केटेगरी में पश्चिम रेलवे को प्रथम पुरस्कार मिला है, जबकि मंडल कार्यालय, भावनगर को शासकीय कार्यालय भवन कैटेगरी में पहला तथा मंडल कार्यालय, राजकोट को इसी श्रेणी में तीसरा पुरस्कार हासिल हुआ है।
कंसल ने कहा कि लॉकडाउन की आपदा को अवसर में बदलते हुए पश्चिम रेलवे ने कई ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चरल कार्यों को पूरा करने में सफलता पाई, जिनके लिए सामान्य परिस्थितियों में लम्बी अवधि के ब्लॉक लेने पड़ते। उन्होंने बताया कि डभोई-चांदोड खंड का सी.आर.एस. निरीक्षण तथा स्पीड ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा हो गया है तथा चांदोड – केवडिया के बीच नई लाइन तथा केवडिया में अत्याधुनिक ग्रीन स्टेशन के निर्माण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। यह कार्य इस माह के अंत तक पूरा होने की सम्भावना है, जिससे केवडिया स्थित सुप्रसिद्ध एवं विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा ‘स्टेच्यू ऑफ यूनिटी’ को देखने आने वाले पर्यटकों के लिये सीधी रेल सम्बद्धता स्थापित हो जाएगी।कंसल ने कहा कि लॉकडाउन से अब तक पश्चिम रेलवे ने देश में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई निर्बाध रूप से जारी रखते हुए 54 मिलियन टन माल का लदान किया है। अब तक 748 विशेष पार्सल ट्रेनों का परिचालन किया जा चुका है। हाल ही में, पश्चिम रेलवे ने समग्र पार्सल बुकिंग में राजस्व का 100 करोड़ रुपये का ऑंकडा पार किया है, जो इस क्षेत्र में भारतीय रेल की कुल आय के 20 प्रतिशत से भी अधिक है। अपनी 137 मिल्क स्पेशल ट्रेनों के जरिये पश्चिम रेलवे ने 10.06 करोड़ लीटर दूध का परिवहन किया है, जो भारतीय रेलवे पर सर्वाधिक है। किसानों की उपज के सुविधाजनक परिवहन तथा उनकी उपज के लिये नये बाज़ार उपलब्ध करा कर नये अवसर खोलने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा अब तक नौ किसान रेलें चलाई जा चुकी हैं। कंसल ने पश्चिम रेलवे महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा श्रीमती तनुजा कंसल के नेतृत्व में संगठन द्वारा रेलकर्मियों तथा उनके परिवारों के कल्याण के लिये विभिन्न क्षेत्रों में दिये जा रहे कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। महाप्रबंधक ने अपने उद्बोधन के दौरान कुछ काव्य पंक्तियाॅं भी सुनाकर सभी रेल कर्मचारियों को प्रेरित किया, जो इस प्रकार थीं :-
धार के विपरीत जाकर तो देखिये,
ज़िंदगी को ज़रा आजमा कर तो देखिये,
आंधियाॅं खुद मोड़ लेंगी रास्ता,
एक दीया साथ में जलाकर तो देखिये..!
अपने उद्बोधन का समापन महाप्रबंधक श्री कंसल ने इन पंक्तियों के साथ किया
सपने वो नहीं, जो हम नींद में देखते हैं,
सपने वो हैं, जो हमको नींद नहीं आने देते…!
कार्यक्रम के प्रारम्भ में पश्चिम रेलवे के प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। उपमहाप्रबंधक (सामान्य) ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया तथा पश्चिम रेलवे की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
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