जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि आग लगने से झुलसकर मरने वालों में अंकुश सोनी पुत्र दीपक (12), जेठूपुर, जया देवी पत्नी रामापति (45) पुरुषोत्तमपुर और नवीन उर्फ उज्जवल (10) पुत्र उमेश, निवासी बारी, आरती चौबे (48) और हर्षवर्धन (8) शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि आग लगने के असल कारणों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी से पांच घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है। झुलसे लोगों में 42 को बीएचयू ट्रामा सेंटर कबीर चौरा और चार को प्रयागराज भेजा गया है। 18 लोगों का इलाज सूर्या ट्रामा सेंटर में चल रहा है। पीड़ितों के इलाज का खर्च प्रशासन उठाएगा। झुलसे लोगों को बीएचयू ट्रामा सेंटर कबीर चौरा, स्वरूपरानी अस्पताल प्रयागराज, आनंद अस्पताल गोपीगंज, सामुदायिक अस्पताल, महाराजा बलवंत सिंह, जीवनदीप और जिला अस्पताल महाराजा चेत सिंह में भर्ती कराया गया है। पीड़ितों को बीएचयू भेजने के लिए ग्रीन कारिडोर बनाया गया।
जिलाधिकारी ने बताया कि एडीजे राम कुमार ने जांच के लिए चार सदस्यीय एसआईटी गठित की है। इसमें अपर जिलाधिकारी (वित्त और राजस्व ), अपर पुलिस अधीक्षक, एक्सईएन हाइडिल और फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं।