इंदौर, कमलेश्वरसिंह सिसौदिया। बिजली कंपनी (electricity company) लगातार उपभोक्ताओं (consumer) को सुविधाएं देने का दावा हमेशा से खूब करती है, लेकिन सामान्य उपकरण और मीटर की कमी से जूझ रही बिजली कंपनी का खामियाजा उपभोक्ता (consumer) भुगत रहे हैं। लंबे समय से बिजली के मीटर की किल्लत शहर में चल रही है, जहां मीटर खराब है, उन्हें बदलना है, लेकिन कंपनी के पास बिजली के मीटर का स्टाक नहीं है। ऐसे उपभोक्ताओं को एवरेज बिजली बिल (average electricity bill) थमाए जा रहे हैं और इन मनमाने बिजली बिलों (electricity bill) को भरना उपभोक्ता की मजबूरी है।
बिजली के उपकरण खराब होते हैं। उन्हें समय-समय पर बदलना भी पड़ता है। इसमें खासकर केबल कंडक्टर तो मेंटेनेंस के दौरान और फाल्ट की स्थिति में बदले जाते हैं। पहले केबल की किल्लत ज्यादा थी। इसके साथ में बिजली के मीटर की भी किल्लत बनी हुई है। मीटर अलग-अलग कारणों से खराब होते हैं, जिन्हें बदलना होता है। बिजली के नए मीटरों की समस्या आज भी बरकरार है। दरअसल बिजली कंपनी के परचेस विभाग की गलतियों का खामियाजा शहर के उपभोक्ताओं (consumer) को मनमाने बिजली बिल चुका कर भरना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत तो बिजली के 4 किलोवाट से बड़े कनेक्शन या थ्री फेस मीटर की है। इंदौर शहर में तकरीबन 6 हजार से ज्यादा ऐसे उपभोक्ता (consumer) हैं, जिनके बिजली के मीटर शॉर्ट सर्किट या अन्य कारण जल गए हैं या खराब हो गए हैं। इन मीटरों को बदला जाना हैं, लेकिन कंपनी के पास लंबे समय से 3 फेस मीटर नहीं होने से इन उपभोक्ताओं (consumer) को पिछले 3 महीने की खपत के आधार पर बिजली बिल देने की प्रक्रिया चल रही है।
इन क्षेत्रों में बिजली के मीटर थे खराब
शहर के गांधीनगर, संगमनगर, पोलोग्राउंड, गोयलनगर, पलासिया, सत्यसांई झोन, विजयनगर, स्कीम नं. 78, सुखलिया, नवलखा, सपना संगीता, सुदामानगर, राजेंद्रनगर, महूनाका, राजवाड़ा (Gandhinagar, Sangamnagar, Pologround, Goelnagar, Palasia, Satyasai Zone, Vijaynagar, Scheme No. 78, Sukhlia, Navlakha, Sapna Sangeeta, Sudamanagar, Rajendranagar, Mahunaka, Rajwada) आदि क्षेत्रों में बिजली के सैकड़ों मीटर खराब हैं। यहां उपभोक्ताओं को तीन महीने पुराने एवरेज खपत के आधार पर बिजली बिल थमाए जा रहे हैं।
दो सप्ताह में आएगा नया स्टाक
केबल और घरेलू मीटर की नई खेप आ चुकी है। इसका वितरण भी किया जा रहा है। थ्री फेस के पांच हजार मीटर अगले डेढ़ से दो सप्ताह में पहुंच जाएंगे। जल्द ही जिन उपभोक्ताओं के यहां मीटर खराब है, वहां बदलने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। – एस.आर. बमनके चीफ इंजीनियर परचेस (क्रय)
कहां कितने मीटर खराब
क्षेत्र संख्या
पूर्व 500
पश्चिम 3000
उत्तर 2500
दक्षिण 142
मध्य 300
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