जयपुर । राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी सियासी खींचतान के बाद विधानसभा का सत्र आज से शुरू होने जा रहा है । अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के खिलाफ मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा की है। ऐसे में माना जा रहा है कि विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रह सकता है। हालांकि, इस बीच कांग्रेस के लिए राहत की बात ये है कि सचिन पायलट गुट ने अपना बगावती तेवर छोड़ दिया है। वहीं, कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह और भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द कर दिया है ।
विधानसभा का यह सत्र काफी अहम और हंगामेदार होने की संभावना है, राजनीतिक कयासों से परे हुए घटनाक्रम के बाद हो रहे इस सत्र में ‘विश्वास प्रस्ताव’ और ‘अविश्वास प्रस्ताव’ दोनों ही लाये जायेंगे । इसके लिये सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने जबर्दस्त तैयारियां कर रखी है । यहां सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट भी हो सकता है।
बताया जा रहा है कि इस 15वीं विधानसभा का पांचवा सत्र सुबह 11 बजे शुरू होगा । सत्र की कार्रवाई शुरु होते ही स्पीकर ‘विश्वास मत प्रस्ताव’ और ‘अविश्वास प्रस्ताव’ पर व्यवस्था दे सकते हैं. संभावना जताई जा रही है कि सदन में विश्वास प्रस्ताव पर बहस के बाद फ्लोर टेस्ट भी हो सकता है । विधानसभा सत्र में आज आठ अध्यादेश और कोरोना संकट पर चर्चा होगी. लंबे सियासी दावपेंच के बाद शुरू हो रहे इस सत्र में कोविड-19 की गाइड लाइन की भी पूरी पालना की जायेगी ।
सत्र से पहले कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने गुरुवार को बैठकें कर अपनी-अपनी रणनीति बनाई. कांग्रेस ने सत्ता के लिये हुए संग्राम के बाद सीएम अशोक गहलोत औ सचिन पायलट खेमे को एक करके एकजुटता का परिचय दिया है । दोनों खेमे गिले शिकवे भुलाकर आज विधानसभा में अपनी एकजुटता और ताकत का प्रदर्शन करेंगे । गहलोत और पायलट खेमे के बीच चले सियासी खेल में अपने हाथ कुछ भी आते नहीं देखकर बीजेपी ने अब सरकार को विधानसभा में घेरने की रणनीति बनाई है ।
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