नई दिल्ली: मोदी कैबिनेट (Modi cabinet) ने 5जी स्पैक्ट्रम (5G Spectrum) की नीलामी को मंजूरी दे दी है. मंत्रालय के प्रस्ताव के मुताबिक स्पैक्ट्रम को आने वाले 20 साल के लिए नीलाम किया जाना है. नीलामी में स्पैक्ट्रम पाने वाली कंपनी देश में 5G सर्विस मुहैया करा सकेगी. यह मौजूदा 4G नेटवर्क सर्विस से 10 गुना ज्यादा तेज होगी. बताया जा रहा है कि स्पैक्ट्रम करने वाली कंपनी को नीलामी के 6 माह से लेकर 1 साल के भीतर सर्विस शुरू करनी होगी.
20 साल वैलिडिटी पीरियड के साथ कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पैक्ट्रम की नीलामी जुलाई 2022 के आखिर तक किए जाने की संभावना है. स्पैक्ट्रम की नीलामी लो, मिड, हाई फ्रीक्वेंसी बैंड के लिए अलग-अलग होगी. कई टेलीकॉम ऑपरेटर अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं, ऐसे में वह स्पैक्ट्रम खरीदने के 3 से 6 महीने के अंदर सर्विस शुरू कर सकते हैं. यानी जुलाई के हिसाब से देखा जाए तो बारत में सितंबर-अक्टूबर तक 5जी सेवा मिल सकती है.
लो फ्रीक्वेंसी बैंड- 600 MHz, 700 MHz, 800 MHz
मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- 3300 MHz
हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- 26 MHz
भारत में 5G इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए तीनों दिग्गज कंपनिया ( भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया) काम कर रही हैं. तीनों कंपनियों ने मोबाइल एसेसरीज बनाने वाली कंपनियों एरिक्सन और नोकिया के साथ मिलकर काम शुरू भी कर दिया है. बताया जा रहा है देश में 5 जी की सेवा सबसे पहले चंड़ीगढ़, दिल्ली, लखनऊ, गुरूग्राम, अहमदाबाद, जामनगर, गांधीनगर, मुंबई, पूणे, बेगलूरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता में शुरू होगी.
5G नेटवर्क में 10 Gbps तक डेटा डाउनलोड की स्पीड मिल सकती है. अभी भारत में 5जी नेटवर्क की टेस्टिंग के दौरान डेटा डाउनलोड की अधिकतम स्पीड 3.7 Gbps तक पहुंच गई है. तीन कंपनियों एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और जियो ने 5G नेटवर्क ट्रायल में 3 Gbps तक के डेटा डाउनलोड पर स्पीड टेस्ट किया है. ये स्पीड़ मौजूदा स्पीड से 10 गुना तक ज्यादा तेज होगी.
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