उज्जैन। उज्जैन जीआरपी थाने में बीते 12 वर्षों के दौरान यात्रियों ने चोरी के 2453 प्रकरण दर्ज कराए है। ये आंकड़े एक ओर यात्रियों की चिंता को बढ़ा रहे हैं, तो दूसरी ओर रेलवे पुलिस के सुरक्षा के इंतजामों की पोल भी खोल रहे हैं। उल्लेखनीय है कि उज्जैन रेलवे स्टेशन पर रोजाना हजारों यात्रियों का आना-जाना होता है। ऐसे में उनके सामान की सुरक्षा सबसे अहम हो जाती है। पर तमाम प्रयासों के बाद भी ट्रेन और प्लेटफार्म पर यात्रियों के सामान की चोरी कम नहीं हो रही हैं। लगातार बढ़ रही चोरी की घटनाओं से रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल भी उठने लगे हैं। उज्जैन जीआरपी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2011 से वर्ष 2022 के दौरान रेल यात्रियों ने ट्रेन में और प्लेटफॉर्म पर चोरी के कुल 2453 मामले दर्ज कराए हैं। वहीं इन वर्षों में चोरी की घटनाओं में दो गुना इजाफा भी देखने को मिला है। बीते 2 सालों में ट्रेनों में यात्रियों के सामान चोरी के मामलों में जीआरपी पुलिस उज्जैन के आंकड़ों के मुताबिक 2021 में यात्रियों के सामान चोरी के 204 मामले थे। जो 2022 में बढ़कर 446 पर पहुँच गए। इसके अलावा अप्राकृतिक मृत्यु (आत्म हत्या) के वर्ष 2021 में 29 मामले थे। जो 2022 में बढ़कर 38 हो हुए। बीते 12 सालों में अप्राकृतिक मृत्यु के कुल 582 मर्ग कायम किए गए है।
सबसे अधिक 2022 में और कम 2020 में
अक्सर भारतीय रेलवे की ओर से सुरक्षा के दावे किए जाते रहे हैं लेकिन ट्रेनों में चोरी की घटनाएँ कम होने की बजाए लगातार बढ़ रही हैं। रेलवे पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक रेलवे अपने यात्रियों के सामान की सुरक्षा करने की पुख्ता व्यवस्था नहीं कर पाया है। पिछले एक दशक में चोरी के सबसे अधिक 446 मामले 2022 में दर्ज हुए हैं। वहीं 2020 में सबसे कम चोरियाँ हुई हैं। वर्ष 2020 में चोरियों के कुल 62 प्रकरण दर्ज हुए है।
वर्षवार दर्ज मामलों की संख्या
जानकारी के मुताबिक वर्ष 2011 में 109 मामले दर्ज हुए हैं, वहीं वर्ष 2012 में चोरी के 119 मामले दर्ज किए गए। इसी तरह वर्ष 2013 में 130, वर्ष 2014 में 146 और वर्ष 2015 में 210, वहीं वर्ष 2016 में ट्रेनों में चोरी के 240, वर्ष 2017 में 258, वर्ष 2018 में 292, 2019 में 237 मामले दर्ज हुए। वर्ष 2020 से 62 चोरी के मामले दर्ज हुए है। साल 2021 में 204 और वर्ष 2022 में कुल 446 प्रकरण दर्ज हुए हैं।
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