उज्जैन। कोरोना की तीसरी लहर ने उज्जैन में आज से ठीक 53 दिन पहले दस्तक दे दी थी। पहले दिन एक साथ दो मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। तब से लेकर आज तक जिले में तीसरी लहर के दौरान कोरोना के 4 हजार 100 नए पॉजीटिव मरीज मिले हैं। इनमें से तीन मरीजों की उपचार के दौरान मौत भी हुई है, जबकि कल शाम तक 2544 मरीज ठीक हो चुके हैं। कोरोना की पहली तथा दूसरी लहर के दौरान उज्जैन जिले में कुल 19101 मरीज पॉजीटिव पाए गए थे। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग के प्रयास से तथा लोगों की जागरूकता के कारण उज्जैन जिला ग्रीन झोन में आ गया था। कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत उज्जैन में 8 दिसंबर से हुई थी। इस दिन सूरत से लौटे शहर के एक बुजुर्ग दंपत्ति जाँच के दौरान कोरोना पॉजीटिव पाए गए थे।
उसके बाद से लगातार अभी तक तीसरी लहर चल रही है और रोज कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। 8 दिसम्बर से लेकर 30 जनवरी की शाम तक उज्जैन जिले में कुल 4100 कोरोना के नए मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से तीन मरीजों की उपचार के दौरान जिले में मौत भी हो चुकी है। पहली तथा दूसरी लहर के दौरान कोरोना से मरने वालों की संख्या जिले में 171 थी जो तीसरी लहर में अब तक बढ़कर 174 तक पहुँच गई है। कोरोना की तीसरी लहर के कारण कई तरह की अफवाह थी लेकिन धीरे-धीरे मरीज कम हो रहे हैं और पिछले दिनों हजारों की संख्या में पॉजीटिव तो आए लेकिन क्षति नहीं हुई।
ढाई हजार से ज्यादा ठीक हो चुके..शहर में कोरोना का डर नहीं
कोरोना की तीसरी लहर में जहाँ एक ओर पिछले 53 दिन में 4100 पॉजीटिव केस सामने आए हैं, वहीं इनमें से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या भी अभी तक संतोषजनक रही है। 4100 मरीजों में से उपचार के बाद कल शाम तक 2544 मरीज ठीक होने के बाद घर भी जा चुके हैं। आमतोर पर शहर में कहीं कोरोना का डर दिखाई नहीं दे रहा है।
40 के भीतर रही भर्ती मरीजों की संख्या
तीसरी लहर में एक खास बात यह रही कि पहली तथा दूसरी लहर में जहाँ एक ओर कोरोना मरीजों को उपचार के लिए अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे थे, वहीं तीसरी लहर में अभी तक जिले के कई सरकारी अस्पताल और कोविड सेंटर के बेड अधिकांश खाली रहे हैं। रोजाना जिले में कई बार 250 से ज्यादा पॉजीटिव केस आए हैं। इसके बावजूद अस्पताल और कोविड केयर सेंटरों में भर्ती मरीजों की संख्या 34 के पार नहीं पहुँची है। आज भी कोविड अस्पतालों में 15 तथा कोविड सेंटरों में 3 मरीज ही उपचार के लिए भर्ती हैं। कुल 1556 एक्टिव केस में से 1536 मरीज होम आईसोलेशन में उपचार करा रहे हैं।
वैक्सीनेशन और सतर्कता का नतीजा
तीसरी लहर में अस्पतालों में मरीजों की कमी तथा होम आईसोलेशन में उपचार के दौरान जल्द ठीक हो रहे मरीजों को लेकर जिला नोडल अधिकारी डॉ. एच.पी. सोनानिया ने बताया कि पहली तथा दूसरी लहर के दौरान मरीजों को संभालना मुश्किल हो रहा था। उस दौरान वैक्सीनेशन नहीं हो पाया था। अब तीसरी लहर में संक्रमण शुरु हुआ है लेकिन करीब-करीब अधिकांश लोगों को वैक्सीन के पहले और दूसरे डोज लग चुके हैं। इस कारण भी लोग गंभीर बीमार नहीं हो रहे हैं। इसके साथ ही पहले के मुकाबले अब लोगों में महामारी को लेकर सतर्कता भी बढ़ी है।
आज फिर 194 कोरोना पॉजीटिव..तहसीलों में नहीं रूक रहा संक्रमण
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में आज फिर जिले में 194 नए कोरोना के पॉजीटिव आए हैं। आज भी तहसीलों में 65 नए मामले मिले हैं। पिछले एक हफ्ते से तहसीलों में संक्रमण नहीं रूक पा रहा है। जनवरी का पूरा महीना कोरोना की तीसरी लहर के साये में गुजर रहा है। हालांकि प्रदेश के कई जिलों में कोरोना के मामले पिछले एक हफ्ते से घट रहे हैं परंतु उज्जैन जिले में इससे फिलहाल राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। आज सुबह जारी 2214 सेम्पलों की जाँच रिपोर्ट में से कोरोना के 194 नए मामले सामने आए हैं। इसमें 129 मामले उज्जैन शहर के हैं तथा 19 उज्जैन ग्रामीण क्षेत्र के हैं। इसके अतिरिक्त तहसीलों में आज भी बडऩगर में सबसे ज्यादा 22 नए केस आए हैं। इसके अलावा तराना में 14, महिदपुर नागदा में 3-3 तथा खाचरौद और घटिया में 2-2 मरीज मिले हैं। पिछले एक हफ्ते से लगातार कोरोना संक्रमण तहसीलों में तेजी से फेल रहा है। पिछले एक हफ्ते में आए पॉजीटिव मामलों का आंकलन किया जाए तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में क्रमश: 55 और 45 प्रतिशत मरीज सामने आ रहे हैं।
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