• img-fluid

    नए विश्रामगृह में 52 पलंग… फिर भी मरीजों के परिजन खुले में सोते हैं

  • December 24, 2023

    • एमवाय हॉस्पिटल परिसर में लायंस क्लब की आश्रय स्थली में 5 लाख रुपए से बने

    इंदौर, प्रदीप मिश्रा। एमवाय हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती मरीजों के परिजनों को रात में ठहरने और सोने के लिए लायन्स क्लब ने सर्वसुविधायुक्त विश्राम गृह बनवाया है, मगर इसके बावजूद मरीजों के परिजन खुले परिसर में जमीन पर बिस्तर लगाकर सोने से बाज नहीं आ रहे हैं। 3 दिन से ठंड के मौसम के चलते कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इसके बावजूद सिर्फ गिनती के छह -सात परिजन ही रात को ठहर रहे हैं।

    सम्भागायुक्त की सलाह पर मेडिकल कालेज डीन के सहयोग से भर्ती मरीजों के परिजनों के रात में ठहरने के लिए एमवायएच परिसर में मौजूद आयुष्मती भवन में लगभग 5 लाख रुपए खर्च कर लायंस क्लब ने 52 पलंग, गद्दे, कम्बल, बाथरूम सहित अन्य जरूरी सुविधाओं की व्यवस्था कर विश्राम गृह का निर्माण किया है, जिसका हाल ही में इसी हफ्ते 5 दिसम्बर को लोकार्पण किया गया है। इस विश्राम गृह को लायंस आश्रय स्थली नाम दिया गया है।

    बहाने बनाने लगे मरीजों के परिजन
    इस मामले में अग्निबाण ने जब जमीन पर सो रहे मरीजों के परिजनों से बात की तो कुछ बोले कि हमें तो पता ही नहीं है। कई परिजन बहाने बनाने लगे कि हम विश्राम गृह में रुकेंगे और अगर उनके मरीज को उनकी अचानक जरूरत पड़ी तो हमें कैसे पता चलेगा। हमें यहां तक आने में देर लग जाएगी। इसके अलावा कई परिजन अजीब तर्क-वितर्क करते नजर आए कि यहां हम बाहर खुले में हैं तो यहां सबकी निगाह, मतलब नजर में हैं… इसलिए हम और हमारा समान, रुपया-पैसा और हमारे साथ महिलाएं सुरक्षित हैं। इनमें से कुछ परिजनों का कहना था कि यहां बाहर सोते हैं तो चाय, दूध, नाश्ता, भोजन इन सबकी व्यवस्था समाजसेवी और दानदाताओं से हो जाती है। विश्राम गृह में रहेंगे तो सब खरीदकर खाना-पीना पड़ेगा, जबकि यह बहाने बनाने वालों में मरीज के वो परिजन भी शामिल थे, जो हर दिन 40 रुपए में गद्दे, रजाई किराए पर लेकर एमवायएच परिसर में सोते हैं।

    बताने के बावजूद भी ठहरने को तैयार नहीं
    विश्राम गृह शुरू होने के बाद लायंस क्लब के पदाधिकारी रोज शाम को जाकर मरीजों के परिजनों को जानकारी देते हैं कि आप लोगों के लिए विश्राम गृह बनवाया है, आप सब वहां पर सोने जाइए, वहां आपके लिए जरूरी सारी सुविधाएं हैं। इसके बावजूद छह-सात परिजनों को छोडक़र कोई भी विश्राम गृह में जाने को तैयार नहीं है।

    अब मुफ्त भोजन के लिए कैंटीन की तैयारी
    हम लायंस आश्रय स्थली विश्राम गृह में ठहरने वाले मरीजों के परिजनों को दूध,चाय, नाश्ता, भोजन के लिए कैंटीन की तैयारी कर रहे हैं। जो सामाजिक संस्थाएं हर दिन खुले परिसर में सुबह-शाम दान में चाय, भोजन, दूध बांटती हैं, उनके लिए कैंटीन बनाने जा रहे हैं। वह सब यहां आकर जरूरतमन्दों को नाश्ता, भोजन वितरण कर सके।

    Share:

    जानवरों को दी जाने वाली दवा गिद्धों के लिए जानलेवा बनी

    Sun Dec 24 , 2023
    कभी 4 करोड़ थे, अब सिर्फ 60 हजार रह गए हैं गिद्ध गणना की कार्यशाला में 4 जिलों के वन अधिकारी जुटे इंदौर। बीमार मवेशियों मतलब जानवरों के इलाज में जो दवा इस्तेमाल की जा रही है, वह गिद्धों के लिए जानलेवा ही नहीं, बल्कि उनकी प्रजाति और उनके अस्तित्व के लिए विनाशक साबित हो […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    रविवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved