इंदौर (Indore)। भारत सरकार (Indian government) द्वारा शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Station Scheme) के अंतर्गत देशभर के 1309 रेलवे स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित किया जा रहा है। इनमें से 120 स्टेशन पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। शहर के दोनों तरफ के क्षेत्रों के उचित एकीकरण के साथ इन स्टेशनों को ‘सिटी सेंटर’ के रूप में विकसित करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जा रहे हैं। भारतीय विविधता की भव्यता को प्रदर्शित करते हुए पुनर्विकसित स्टेशन नई अत्याधुनिक यात्री सुख-सुविधाओं के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के अपग्रेडेशन और प्रतिस्थापन से सुसज्जित होंगे। अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत अवांछित ढांचों को हटाकर रेलवे स्टेशनों तक सुगम पहुंच, बेहतर प्रकाश व्यवस्था, बेहतर परिसंचरण क्षेत्र, उन्नत पार्किंग स्थान, दिव्यांगजन अनुकूल इंफ्रास्ट्रक्चर, हरित ऊर्जा के उपयोग से पर्यावरण अनुकूल भवन आदि सुविधाएं प्रदान करना शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को सुबह 11.00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत भारतीय रेल के 500 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। ये 508 रेलवे स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में हैं, जिसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश और राजस्थान प्रत्येक राज्य में 55 स्टेशन, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्यप्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन, गुजरात और तेलंगाना प्रत्येक राज्य में 21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु प्रत्येक राज्य में 18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 स्टेशन और शेष स्टेशन अन्य राज्यों में हैं। इन स्टेशनों को 24,470 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से पुनर्विकसित किया जाएगा। 508 रेलवे स्टेशनों में से 23 स्टेशन पश्चिम रेलवे के अधिकार क्षेत्र में हैं, जिनमें अहमदाबाद मंडल के नौ स्टेशन, वडोदरा मंडल के छह, भावनगर के तीन, राजकोट और रतलाम मंडल के दो-दो स्टेशन, जबकि मुंबई सेंट्रल मंडल का एक स्टेशन शामिल है।
देवास और चंदेरिया में होंगे करोड़ों के काम
वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी श्री प्रदीप शर्मा ने बताया कि “अमृत भारत स्टेशन योजना” के अंतर्गत पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के चंदेरिया स्टेशन का लगभग 21 करोड़ और देवास स्टेशन का 29 करोड़ के लागत की आधारशिला रखी जाएगी। इसमें 12 मीटर चौड़े फुट ओवरब्रिज का प्रावधान भी शामिल है। कार्य के अंतर्गत अग्रभाग में सुधार, स्टेशन प्रवेश द्वार, एप्रोच रोड, सर्कुलेटिंग क्षेत्र, पार्किंग क्षेत्र का सौंदर्यीकरण आदि शामिल है। इसमें यात्री सुविधाओं में सुधार भी शामिल है, जैसे प्लेटफ़ॉर्म और स्टेशन परिसरों में बेहतर प्रकाश व्यवस्थातथा दिव्यांगजन सुविधाओं के अपग्रेडेशन सहित प्लेटफार्म सरफेसिंग, प्लेटफ़ॉर्म कवर शेड और बुकिंग कार्यालय, साइनेज, बेहतर शौचालय ब्लॉक, प्रतीक्षा कक्ष, पीने योग्य पेयजल सुविधाएं, बैठने की व्यवस्था आदि।
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