लंदन। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार सोमवार को होना है और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित दुनियाभर के 2 हजार अतिथि इसमें शामिल होंगे। महारानी एलिजाबेथ के अंतिम संस्कार शाही तौर-तरीके से किया जाएगा। वहीं महारानी के बेशकीमती ताज की एक बार फिर चर्चा छिड़ गई है। हम उसी ताज की बात कर रहे हैं जिसमें भारत से ले जाया गया कोहिनूर हीरा जड़ा हुआ है। कोहिनूर के अलावा इस ताज में हीरे, मोती, नीलमणि और पन्ने जड़े हुए हैं। इन्हीं में से एक है साउथ अफ्रीका से लाया गया 500 करैरेट का ‘द ग्रेट स्टार’ हीरा।
महारानी के निधन के बाद उनके ताज में जड़े कीमती रत्नों को लौटाने की मांग उठने लगी है। दक्षिण अफ्रीका में इसी तरह की मुहिम चल गई है। सीएनएन के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका के जिस हीरे की बात हो रही है वह 1905 में खनन के दौरान मिला था। यह एक बड़ा हीरा था लेकिन इसका एक हिस्सा महारानी के लिए भेज दिया गया। उस वक्त अफ्रीका में औपनिवेशिक शासन था। अब यह हीरा ताज की शोभा बढ़ाता है। इस हीरे का नाम कुलीनान I है।
एक ऐक्टिविस्ट थानडुक्सोलो ने स्थानीय मीडिया से कहा कि इस हीरो को तत्काल साउथ अफ्रीका को वापस कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, हमारे लोगों की मेहनत का फायदा ब्रिटेन ने हमेशा ही उठाया है। अब वक्त आ गया है जब कि हमारा हीरा वापस किया जाए। हमारे खनिज भी ब्रिटेन के ही काम आते रहे हैं।
एक ऐक्टिविस्ट थानडुक्सोलो ने स्थानीय मीडिया से कहा कि इस हीरो को तत्काल साउथ अफ्रीका को वापस कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, हमारे लोगों की मेहनत का फायदा ब्रिटेन ने हमेशा ही उठाया है। अब वक्त आ गया है जब कि हमारा हीरा वापस किया जाए। हमारे खनिज भी ब्रिटेन के ही काम आते रहे हैं।
हीरे की वापसी के लिए change.org पर एक ऑनलाइन याचिका डाली गई है जिसपर 6 हजार से ज्यादा लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। दक्षिण अफ्रीकी संसद के एक सदस्य जुंगुला ने ट्वीट किया कि अब वक्त आ गया है कि ब्रिटेन ने जो भी नुकसान किए हैं उनकी भरपाई करके और हीरे, सोना और कीमती रत्न जो चोरी किए गए हैं उन्हें वापस कर दे। एबीसी न्यूज के मुताबिक 17वीं शताब्दी में शाही ताज में 530.2 कैरेट का कीमती रत्न लगाया गया था। अब यह हीरा लंदन के जेवेल हाउस में रखा हुआ है।
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