इंदौर। आईटी क्षेत्र में अगले तीन सालों में 5 लाख नौकरियां देने वाला मध्यप्रदेश राज्य हो जाएगा। साढ़े 6 लाख स्क्वेयर फीट में कम्पनियों को प्लग एंड प्ले सुविधा उपलब्ध कराई गई है। वहीं तीन नए फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट भी तैयार हैं, जिसमें साढ़े 7 हजार करोड़ का निवेश किया जा रहा है। वहीं टाटा संस के प्रमुख एन. चंद्रशेखरन् ने कहा कि उनकी इंदौर सहित प्रदेश में पहले से ही उपस्थिति है। टाटा समूह के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं। वहीं टीसीएस भी सुपर कॉरिडोर पर स्थापित है।
श्री चंद्रशेखरन् ने यह भी कहा कि इकोनोमिक कॉरिडोर जो इंदौर में विकसित हो रहा है, वहां दोनों तरफ 500 एकड़ पर प्लग एंड प्ले इन्फ्रा का निर्माण किया जाएगा। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर में भी आईटी पार्क हैं और इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर की स्थापना भी की गई है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने भी अपने संबोधन में कहा कि देश में आईटी का अगला डेस्टीनेशन इंदौर ही रहेगा। वहीं मुख्यमंत्री चौहान से चर्चा में आईटीसी ग्रुप के संजीव पुरी ने कहा कि निवेश आमंत्रित करने के क्षेत्र में मध्यप्रदेश अन्य राज्य की तुलना में अधिक सक्रिय है।
इंदौर में विकास का उदाहरण प्रस्तुत किया है। संजीव पुरी ने कहा कि प्रदेश में आईटीसी द्वारा 300 एफपीओ संचालित किए जा रहे हैं। इनका विस्तार कर 1000 एफपीओ स्थापित करने का लक्ष्य है, इसमें 1500 करोड़ का निवेश होगा। आईटीसी समूह प्रदेश में पैकेजिंग और खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने जा रहा है। पैकेजिंग इकाई इस वर्ष के अंत तक आरंभ हो जाएगी। समूह सुगंधित पौधों की खेती को प्रोत्साहित कर रहा है। इसके प्रसंस्करण पर आधारित इकाई भी प्रदेश में स्थापित की जाएगी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved