अगले हफ्ते सीरो सर्वे के परिणाम आ जाएंगे… इसी मशीन पर होगी टेस्टिंग… आज होंगे पूरे सैम्पल भी जमा
इन्दौर। बच्चों (Children) के सीरो सर्वे (sero survey) के सैम्पल (sample) जमा करने का काम आज पूरा हो जाएगा। कल तक 1892 सैम्पल ले लिए गए थे, जिनकी टेस्टिंग अगले हफ्ते होगी और परिणाम भी आ जाएंगे। सीरो सर्वे (sero survey) के सैम्पलों की टेस्टिंग ( testing) के लिए 50 लाख की एलिसा मशीन इंदौर के मेडिकल कॉलेज को मिल रही है। कल रात मुंबई से ये मशीन रवाना हो गई, जो आज इंदौर पहुंच जाएगी। उसके बाद स्टॉलेशन और उद्घाटन की नेतागीरी भी होगी। इसके बाद परीक्षण के बाद मशीन पर टेस्टिंग शुरू की जाएगी। अभी दो हजार बच्चों की एंटीबॉडी जांचने के लिए यह सीरो सर्वे (sero survey) करवाया जा रहा है, जिसके लिए 50 टीमें सैम्पल जमा करने के काम में जुटी है।
25 वार्डों में बच्चों (Children) के ये सैम्पल (sample) लिए जा रहे हैं। शुरुआत में बच्चों (Children) के माता-पिता अवश्य डर रहे थे। मगर समझाइश के बाद फिर बाद में मान गए। इसका परिणाम यह निकला कि चार दिनों में 1892 बच्चों के सैम्पल ले लिए हैं। कल भी 636 बच्चों के सैम्पल लिए गए। शेष बचे बच्चों (Children) के सैम्पल लेने का काम आज पूरा हो जाएगा। वहीं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र ने एबोट कम्पनी की एलिसा मशीन भी इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज को उपलब्ध करवाई है। डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित के मुताबिक 50 लाख रुपए कीमत की यह मशीन आज इंदौर पहुंच जाएगी। कल रात मुंबई से रवाना हो गई है। इस एलिसा मशीन के जरिए हम नि:शुल्क ही एंटीबॉडी टेस्ट कर सकेंगे। अभी जो बच्चों (Children) के लिए सीरो सर्वे (sero survey) करवाया जा रहा है। उसमें भी दो हजार सैम्पल लिए जा रहे हैं। इन सभी सैम्पलों की जांच अगले हफ्ते इस एलिसा मशीन के जरिए ही की जाएगी। एलिसा मशीन आने के बाद दो-तीन दिन इन्स्टॉलेशन, परीक्षण और अन्य कार्यों के लिए भी लगेंगे। उल्लेखनीय है कि सीरो सर्वे (sero survey) के तहत शहर के 25 वार्डों में लगभग दो हजार सैम्पल 25 टीमों द्वारा एकत्रित किए जा रहे हैं। इसमें 1 से 6 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के 200 सैम्पल, 7 से 9 वर्ष तक की उम्र के 400 और 10 से 18 वर्ष तक की उम्र की बच्चों के 1400 सैम्पल लिए जा रहे हैं। कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने सुपरविजन के लिए संबंधित एसडीएम की ड्यूटी भी लगाई है, साथ ही सीएमएचओ डॉ. बीएस सैत्या (CMHO Dr. BS Saitya ) को भी निर्देश दिए कि टीमों के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी अनिवार्य रूप से मौजूद रहें। वहीं कोरोना जांच के लिए भी रोजाना 10 से 11 हजार सैम्पल लिए जा रहे हैं।
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