इंदौर। कोरोना के चलते हालांकि बाजार में मंदी है, लेकिन निजी के साथ प्राधिकरण की भी सम्पत्तियों की बिक्री हो रही है। कोरोना काल में ही लगभग 50 करोड़ रुपए की सम्पत्तियां प्राधिकरण बेच चुका है, जिनमें आनंद वन, हरसिंगार कॉम्प्लेक्स सहित आवासीय व व्यावसायिक भूखंडों की बिक्री भी हो रही है। कल ही लगभग ढाई करोड़ रुपए के चार वाणिज्यिक उपयोग के आरक्षित भूखंडों के टेंडर अधिक दर
पर प्राधिकरण
को मिले हैं।
रियल एस्टेट कारोबार हालांकि कोरोना काल से पहले भी मंदी का शिकार था और उसके बाद अभी भी फर्क पड़ा है, लेकिन यूजर मार्केट फिर भी चल रहा है। इंदौर विकास प्राधिकरण ने अपनी योजना 136 में जो हरसिंगा कॉम्प्लेक्स बनाया है, उसमें दो और तीन बेडरुम के 216 फ्लैट बेचे जाएंगे। इसके लिए प्राधिकरण ने सभी 130 फ्लैट फ्री होल्ड पर लॉटरी पद्धति से बेचना तय किया। दो बेडरूम के फ्लैट लगभग 38 लाख और तीन बेडरूम के 52 लाख में पड़ रहे हैं। प्राधिकरण सीईओ विवेक श्रोत्रिय के मुताबिक इस 9 मंजिला इमारत में स्विमिंग पूल, कम्युनिटी हॉल, जिमनेशियम, किड्स प्ले एरिया सहित कई सुविधाएं हैं और कन्वीनियंट शॉप व ऑफिस भी निर्मित किए गए हैं। उन्हें भी आने वाले दिनों में बेचा जाएगा। यह प्रोजेक्ट रेरा से भी स्वीकृत हो गया है और 300 से अधिक लोगों ने इसे देखने के लिए साइट विजिट भी कर ली है। 5 सितम्बर तक आवेदन और 15 सितम्बर को फिर 5 च्वाइस में से लॉटरी खोली जाएगी। इसी तरह अभी आनंद वन फेज-2 में भी प्राधिकरण ने एक दर्जन फ्लैट बेचे हैं, जिससे उसे लगभग 7 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे, जबकि 40 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी वह पिछले दिनों ही बेच चुका है। वहीं कल योजना क्रमांक 59 में आरक्षित श्रेणी में भी 4 भूखंडों के टेंडर मिल गए हैं। इसमें 17 प्लॉट थे, जिनमें से 13 पहले ही बिक गए थे, लेकिन आरक्षित श्रेणी के चार भूखंड बचे थे, जिसके लिए आरक्षित मूल्य 40 हजार रुपए वर्गमीटर था, लेकिन 75 हजार रुपए तक के रेट मिले हैं। 81 से 88 वर्गमीटर क्षेत्रफल के इन भूखंडों का मूल्य लगभग ढाई करोड़ रुपए होता है। आने वाले दिनों में प्राधिकरण अपनी और भी सम्पत्तियों के टेंडर इसी तरह जारी करेगा।
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