नई दिल्ली: भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों के फर्स्ट बैच को आर्टिलरी रेजिमेंट में अनुमति देकर महिलाओं की भूमिका का बढ़ाया है. चेन्नई में आज शनिवारको ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) में लंबे और कठिन प्रशिक्षण को कामयाबी के साथ पूरा करने के बाद पांच महिला अधिकारियों को आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल कर लिया गया. आर्टिलरी रेजिमेंट के जरिए कमीशन पाने वाली इन पांच महिला अधिकारियों (WO) को उनके पुरुष समकक्षों के समान ही अवसर मिलेंगे. इस रेजिमेंट में 19 पुरुष अधिकारियों को भी शामिल किया गया है.
इन युवा महिला अधिकारियों को सभी प्रकार की आर्टिलरी इकाइयों में तैनाती दी गई है, जिनको चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार किया जाएगा. इनको कठिन समय में रॉकेट, मीडियम, फील्ड और सर्विलांस एंड टारगेट एक्विजिशन (SATA) और उपकरणों को संभालने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और एक्सपोजर मिलेगा. पांच महिला अधिकारियों में से तीन को उत्तरी सीमाओं पर तैनात किया गया है.
कमीशन पाने वाली 5 महिलाएं
बता दें कि लेफ्टिनेंट महक सैनी को एक SATA रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे और लेफ्टिनेंट अदिति यादव को फील्ड रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल को एक मीडियम रेजिमेंट में और लेफ्टिनेंट आकांक्षा को एक रॉकेट रेजिमेंट में कमीशन मिला है.
जानकारी के अनुसार पासिंग आउट परेड के समापन के बाद युवा महिला कैडेटों ने संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली और अपना रैंक प्रतीक चिन्ह प्राप्त किया, जो आर्टिलरी रेजिमेंट में उनके प्रवेश का प्रतीक था. इस कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल अदोष कुमार, कर्नल कमांडेंट और आर्टिलरी के महानिदेशक (नामित) सहित सीनियर ऑफिसर ने हिस्सा लिया.
सेनाध्यक्ष ने जनवरी में लिया था निर्णय
बता दें कि आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अधिकारियों की कमीशनिंग भारतीय सेना में चल रहे परिवर्तन का बड़ा हिस्सा है. रिपोर्ट के अनुसार साल की शुरुआत यानी जनवरी में सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी में कमीशन देने निर्णय लिया था. ये पांच महिला अधिरारियों का फर्स्ट बेंच है,जिन्हें आर्टिलरी में कमीशन दिया गया है.
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