उज्जैन। कोरोना की पहली तथा दूसरी लहर के दौरान सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंस न रखने और मास्क नहीं लगाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने सतत अभियान चलाया था। चौराहों पर चैकिंग के दौरान उस अवधि में करीब 5 हजार से ज्यादा लोग यह नियम तोड़ते पकड़े गए थे। उन पर धारा 188 में कार्रवाई कर पुलिस ने मामले कोर्ट भेजे थे। इनमें से 700 से अधिक लोग नहीं मिल पा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी की शुरुआत में पहले लॉकडाउन की शुरुआत 23 मार्च 2020 से हुई थी और इसके बाद 1 जून 2020 को अनलॉक शुरु हुआ था। लॉकडाउन तथा अनलॉक के दौरान कई लोगों ने कोरोना गाईड लाईन का उल्लंघन किया था। यही स्थिति दूसरी लहर के दौरान भी बनी थी जब लॉकडाउन के बाद शहर अनलॉक हुआ था।
संक्रमण को नियंत्रण में रखा जा सके इसके लिए पुलिस प्रशासन ने नगर निगम के साथ मिलकर सड़कों पर ऐसे लोगों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाए थे। सार्वजनिक स्थानों और बाजारों में बगैर मास्क पाए जाने वाले लोगों को पकड़कर वाहनों में भरकर अस्थायी जेल भेजा जा रहा था। जुर्माने की कार्रवाई के साथ-साथ कई लोगों पर धारा 188 में भी पुलिस ने कार्रवाई की थी और मामलों को कोर्ट भेजा था। एएसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि उस दौरान चैकिंग के दौरान नियम तोड़ते पकड़े गए लोगों में से कई लोगों ने अपने नाम पते और यहाँ तक कि मोबाइल नंबर भी गलत लिखवा दिए थे। ऐसे लोगों की संख्या लगभग 700 के करीब है। यह लोग इन कारणों से नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान और तलाश के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पहली और दूसरी लहर के दौरान जब कोरोना गाईड लाईन के पालन को लेकर पुलिस प्रशासन की मुहिम चल रही थी उस दौरान नियम तोड़ते पाए जाने पर कई लोग नेताओं और रसूखदार लोगों के फोन भी लगवाते थे।
अवंतिपुरा में घर में घुसकर पीटा और सामान तोड़ा
उज्जैन। जीवाजीगंज थाने के अंवतीपुरा में रहने वाले यशवंत पिता गंगाराम के घर मेंं कल देर रात वहीं रहने वाले 3-4 लोग घुस गए और पुराने विवाद में उसके साथ मारपीट की और गालियाँॅ देकर जान से मारने की धमकी दी। हमला करने वालों ने घर का सामान भी फोड़ दिया। आरोपी घटना के बाद वहां से भाग गए। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved