सीखो कमाओ योजना में हुआ खुलासा
अनुभव नही होने के कारण नही मिलते जॉब
इंदौर। प्रदीप मिश्रा, रोजगार के लिए शहर के औद्योगिक और व्यावसायिक संस्थानों में सैकड़ों जॉब हैं। शहर के टॉप 20 सेक्टर में ही लगभग 5000 जॉब (पद) खाली हैं। यह खुलासा मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (Chief Minister’s Learn-Earn Scheme) में पंजीयन कराने वाले उद्योग और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के दौरान हुआ है। दरअसल अधिकांश युवाओं के पास अनुभव नहीं होने के कारण जॉब नहीं मिलता, इसलिए सीखो-कमाओ योजना से युवाओं को न सिर्फ ट्रेनिंग मिलेगी, बल्कि तय स्टायपंड के साथ उन्हें 6 माह से लेकर 12 माह का अनुभव भी मिलेगा।
रोजगार कार्यालय (employment office) के अनुसार शहर में रोजगार या जॉब (Job) की कमी नहीं है। दरअसल बेरोजगारों को जॉब तो चाहिए, मगर मनपसंद जॉब चाहिए। रोजगार कार्यालय बेरोजगारों के लिए हर महीने रोजगार मेला लगाता है और सालभर में हजारों बेरोजगारों को उनकी योग्यता के अनुसार जॉब दिलवाता है। एमएसएमई सेक्टर के औद्योगिक और व्यावसायिक संस्थान के अधिकारी रोजगार मेले में आकर उनका चयन भी करते हैं, मगर इसके बाद भी कई युवा कुछ दिन तक काम करते हैं, फिर छोड़ देते हैं। दरअसल ज्यादातर बेरोजगारों को बिना काम सीखे, बिना अनुभव के सिर्फ शिक्षा के आधार पर जॉब और आकर्षक वेतन चाहिए।
ट्रेनिंग के अलावा मिलेगा अनुभव प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना (Chief Minister’s Learn-Earn Scheme) से जुड़े अधिकारियों के अनुसार शहर या जिले में शिक्षित बेरोजगारों के लिए रोजगार या जॉब की कमी नहीं है। दरअसल उनके पास मार्कशीट, डिग्री या डिप्लोमा तो होता है, मगर वर्क एक्सपीरिएंस (work experience) (अनुभव) नहीं होता। रोजगार अथवा काम देने वाले अधिकांश संस्थानों की अनिवार्य शर्त अनुभव से सम्बंधित होती है। इंटरव्यू लेने वालों का सबसे बड़ा और पहला सवाल यही होता है कि अनुभव कितना है। जबकि बेरोजगार युवाओं का कहना है कि जब जॉब करेंगे या वो जॉब देंगे तब ही तो काम करते-करते अनुभव आएगा। अधिकारियों ने बताया कि सीखो-कमाओ योजना के जरिए युवाओं को ट्रेनिंग के अलावा 6 माह, 9 माह से लेकर 12 माह तक के जॉब का अनुभव (एक्सपीरिएंस) का प्रमाण पत्र भी मिलेगा। इससे उन्हें जॉब मिलने में परेशानी नहीं होगी।
बेरोजगार युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
जिला प्रशासन, जिला उद्योग व्यापार केंद्र, रोजगार कार्यालय, आईटीआई के अधिकारियों का कहना है कि जिनकी उम्र 18 से 29 वर्ष है, उन शिक्षित बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना सुनहरा अवसर है। इस योजना के जरिए न्यूनतम 12वीं पास, आईटीआई होल्डर न सिर्फ प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि ट्रेनिंग के बाद जॉब भी कर सकते हैं। अभी तक इंदौर में जॉब देने के लिए 1500 उद्योग पंजीयन करवा चुके हैं।
यह हैं टॉप 20 सेक्टर, जहां जॉब खाली हैं
प्रोडक्शन, मैन्यूफेक्चरिंग 997
कंस्ट्रक्शन 802
आईटी 411
टूरिज्म हॉस्पिटैलिटी 387
अपेरल मेड, होम फर्निशिंग 262
फूड प्रोसेसिंग 254
मैनेजमेंट एंटरप्रेन्योरशिप 245
ऑटोमोबाइल 226
लाइफ साइंस 180
ऑटोमोटिव 163
इलेक्ट्रिकल 153
अपेरल 150
फेब्रिकेशन 135
इलेक्ट्रॉनिक्स 116
आयर्न एंड स्टील 87
टेक्सटाइल्स 87
बैंकिंग, फाइनेंस, इंश्योरेंस 66
एग्रीकल्चर 64
हेल्थ केयर 62
लॉजिस्टिक 57
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved