नागदा/उज्जैन! शहर के एक निजी बैंक में करोड़ों के गबन की गुत्थी अब सुलझती जा रही है। पुलिस ने बैंक मैनेजर समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा किया। सभी के खिलाफ धोखाधड़ी एवं कुट दस्तावेज रचना करने का प्रकरण दर्ज हुआ है। सभी आरोपितों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायाधीश पूनम डामेचा ने चार दिन का रिमांड मंजूर किया। थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने बताया कि आईसीसीआई बैंक शाखा नागदा में किसानों क्रेडिट कार्ड की राशि में गबन की शिकायत प्राप्त हुई थी। लगभग 30 किसानों ने मंडी पुलिस थाने में आवेदन दिया था। इन किसानों के खाते में से 1 करोड़ 57 लाख रुपये निकाल लिए गए। इन किसानों का बैंक में केसीसी खाते हैं।
यह है मामला
पुलिस के मुताबिक आईसीसीबाई बैंक के खातेधार किसानों के खाते में गत सप्ताह अचानक राशि कम हो गई। जब किसान बैंक पहुंचे तो पता चला कि बैंक के एक कर्मचारी ने ही किसानों के चेक में राशि भर उनके खाते से निकाल लिए। जिससे गुस्सांए किसानों ने बैंक के बाहर विरोध जताया। इसी दौरान बैंक का एक कर्मचारी दिलीप व्यास लापता हो गया और वह एक पत्र छोड़ गया। पुलिस ने उक्त कर्मचारी के खिलाफ गप्त सप्ताह प्रकरण दर्ज कर लिया था।
पुलिस ने गुरुवार दोपहर को कर्मचारी व्यास को बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया। व्यास से पुछताछ व दस्तावेज जांचने के बाद पुिलस ने बैंक मैनेजर वैभव पुत्र ओमप्रकाश बडेरा निवासी वेद नगर उज्जैन, डिप्टी मैनेजर दिनेश पुत्र सिद्धनाथ राठौर निवासी शिवलोक खजूरी थाना सांरगपुर जिला राजगढ़, कैशियर सुशील कुमार पुत्र रामगोपाल मीणा निवासी शिवलोक खजूरी कला पिपलानी भोपाल, कंज्यूमर सर्विस ऑफिसर अंकित पुत्र रमेश कपूर निवासी कृष्ण परिसर थाना नानाखेड़ा उज्जैन, यशपाल सोलंकी पुत्र ईश्वर सोलंकी निवासी राजपूत मोहल्ला नरवर जिला उज्जैन को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ भादवि की धारा 420, 409, 468, 471 में प्रकरण दर्ज किया है।