इंदौर। प्रदेश के शैक्षणिक और औद्योगिक केंद्र माने जाने वाले इंदौर में अन्य जिलों के पांच लाख से अधिक लोग रहते हैं, जिनमें से अधिकांश पढ़ाई और काम करते हैं। यह ‘अस्थायी आबादी’ है। यह मतदाताओं की मर्जी है कि वे किसी अन्य विधानसभा क्षेत्र या लोकसभा सीट पर रहने के बाद या तो अपने वर्तमान निवास क्षेत्र की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन करें या फिर अपने मूल स्थान के मतदाता बने रहें। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए इंदौर जिले के अधिकारियों ने व्यवस्थाएं करना शुरू कर दी हैं। पेट्रोल पंपों को चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक 2,000 लीटर पेट्रोल और 3,000 लीटर डीजल का रिजर्व स्टॉक रखने का निर्देश दिया है। जिला निर्वाचन अधिकारी या अधिकृत अधिकारियों के आदेश पर इन रिजर्व से ईंधन की आपूर्ति की जाएगी। पंप संचालकों द्वारा लापरवाही बरतने पर सख्त दंड का प्रावधान है। इसी तरह इंदौर जिले में अन्य जिलों से आकर पढ़ाई कर रहे हैं या रोजगार कर रहे लोगों को भी मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज करने के लिए जागरूकता की पहल की जा रही है। हालांकि अधिकारी इसे मतदाता की इच्छा शक्ति बता रहे हैं कि वह जहां भी अपना मतदान करना चाहे, वही जाकर कर सकते हैं। ज्ञात हो कि इंदौर जिले में इंदौर लोकसभा सीट, जिसमें लिंगानुपात 982 महिला/1,000 पुरुष मतदाता और चुनावी जनसंख्या अनुपात 64.10 है, यानी प्रति 1,000 जनसंख्या पर लगभग 64 मतदाता, कुल 25.13 लाख मतदाता हैं, जिनमें 97 तीसरे लिंग के मतदाता शामिल हैं, जो कुल 2,399 मतदान केंद्रों पर पंजीकृत हैं। इंदौर लोकसभा क्षेत्र में पंजीकृत 50 प्रतिशत से अधिक मतदाता 40 वर्ष से कम आयु के हैं और उनमें से 18-19 वर्ष आयु वर्ग के कुल 61,920 मतदाता पहली बार मतदान करेंगे।
कंट्रोल रूम रख रहा नजर
आगामी चुनाव की तैयारी के लिए इंदौर के प्रशासनिक परिसर कलेक्टर कार्यालय में शिकायत प्रबंधन और नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। नियंत्रण कक्ष प्रभारी रामनिवास बुधौलिया ने बताया कि यह कक्ष 24&7 संचालित होगा और व्यवस्थित प्रक्रिया के माध्यम से चुनाव संबंधी शिकायतों का समाधान करेगा। इसके अलावा, 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बैठकों, रैलियों और वाहन उपयोग जैसे आयोजनों को सुविधाजनक बनाने के लिए कलेक्ट्रेट में एकल खिडक़ी प्रणाली शुरू की गई है। संयुक्त कलेक्टर रोशनी वर्धमान को अनुमति देने के लिए नोडल बनाया गया है, वे आवश्यक अनुमति देने के लिए अधिकारियों की चौबीसों घंटे अलग-अलग शिफ्ट में तैनाती की गई है।
महू के 2.50 लाख
चुनाव आयोग से मिले निर्देश के अनुसार धार लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले डॉ. अंबेडकर नगर (महू) विधानसभा क्षेत्र में पंजीकृत इंदौर जिले के मतदाता इस पड़ोसी सीट पर चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों को वोट देंगे। महू में कुल 2.82 लाख मतदाता हैं, जिनमें 18-19 वर्ष आयु वर्ग के 8,851, 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 65,785 और 30-39 वर्ष आयु वर्ग के 78,862 मतदाता शामिल हैं।
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