नई दिल्ली: युद्धविराम के बाद हमास और इजरायल के बीच शुरू हुई जंग (Hamas and Israel war) लगातार भीषण होती जा रही है. दोनों ओर से जोरदार हमले हो रहे हैं. एक तरफ इजरायली सेना (israeli army) हवा और जमीन से एक साथ बम और गोलियां बरसा रही है, तो दूसरी तरफ हमास (Hamas) रॉकेट के जरिए उन्हें निशाना बना रहा है. शनिवार को हमास के हमले में इजरायल डिफेंस फोर्सेस के पांच जवान मारे गए (Five Israeli Defense Forces soldiers were killed) हैं. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा में मौजूद हमास के 250 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया है. इजरायल डिफेंस फोर्सेस ने बताया है कि हमास के साथ जंग में उसके पांच सैनिकों की मौत हो गई है. मारे गए जवानों में एमएसजी (रेस.) लियाव अतिया (6623 बटालियन), एमएसजी ओमरी बेन शचर (6623 बटालियन), एसजीटी माओर कोहेन ईसेनकोट (गोलानी ब्रिगेड), एसएसजीटी जोनाथन डीन जूनियर हैम (कॉम्बैट इंजीनियरिंग कोर), एसएसजीटी हैम मीर ईडन (गोलानी ब्रिगेड) का नाम शामिल है. सभी जवान साउथ गाजा में चल रहे मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए हैं.
आईडीएफ ने शहीदों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है. उसका कहना है कि हमास को समूल नष्ट किए बिना उसके जवान दम नहीं लेंगे. बीते 24 घंटों में इजरायली सेना ने अपने हमले तेज कर दिए हैं. गाजा में 250 से अधिक आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया गया है. इनमें साउथ गाजा में एक मस्जिद के पास हमास के कम्युनिकेश सिस्टम को ध्वस्त कर दिया गया है. खान यूनिस में सुरंगों में मौजूद आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया है. इजरायली जवानों ने हमास के एक कमांड सेंटर पर धावा बोला, जहां से बड़ी संख्या में खतरनाक हथियार, हथगोले, एंटी टैंक मिसाइल लांचर और सैन्य उपकरण बरामद किए गए हैं. यहां से आईडीएफ ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि हमास के आतंकी टेडी बियर में स्नाइपर राइफल और बम छिपाकर रखे हुए हैं. इतना ही नहीं एक स्कूल के कैम्पस के अंदर सुरगों का एक नेटवर्क भी मिला है, जिसका इस्तेमाल हमास के लड़ाके कर रहे थे.
हमास और उसके समर्थन में हिजबुल्लाह के आतंकी लगातार इजरायल पर हमले कर रहे हैं. नॉर्थ इजरायल में लगातार सायरन की आवाज सुनने को मिल रही है. लेबनान की तरफ इजरायल को निशाना बनाकर रॉकेट दागे जा रहे हैं. लेकिन इजरायली सेना अपने एरियल डिफेंस एरे के जरिए उन्हें रोकने में कामयब रही है. हाल ही में तेल अवीव और मिडिल इज़राइल में आतंकियों ने रॉकेट की भारी बौछार कर दी थी, लेकिन इन्हें समय रहते आईडीएफ ने ध्वस्त कर दिया. हमास और इजरायल की तरफ से हमले का वीडियो जारी किया गया है. इजरायली सेना, हमास और इस्लामिक जेहाद ने वीडियो जारी कर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की है. आईडीएफ की तरफ से अपने टेलीग्राम चैनल पर जारी एक वीडियो में दावा किया गया है कि इजरायली सेना नॉर्थ गाजा के जबालिया में एक इमारत में हमला करके कई हमास के लड़ाकों को मार गिराया है. इजराइली चीफ ऑफ जनरल स्टाफ हर्जी हलेवी का कहना है कि हमें अधिक दबाव डालने की जरूरत है.
फिलिस्तीन के हथियारबंद संगठन हमास ने भी एक वीडियो जारी किया है. इसमें दावा किया गया है कि 8 दिसंबर को उसने इज़रायली सैन्य ठिकानों पर हमला किया. इसमें इजरायल के बख्तरबंद वाहनों को ग्रेनेड से उड़ा दिया गया. यही नहीं हमास के कई लड़ाके इजरायल के सैनियों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते भी दिख रहे हैं. हमास के साथ ही फिलिस्तीनी के संगठन इस्लामिक जिहाद ने भी शुक्रवार के हमले का एक वीडियो जारी किया है. इसमें इजरायली टैंक को रॉकेट लॉन्चर से उड़ाते देखा जा सकता है. इजरायल और हमास के बीच पिछले दो महीने से जंग जारी है. इस लड़ाई में अब तक 17 हजार फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 47 हजार घायल हुए हैं. मरने वालों में 70 फीसदी से ज्यादा महिलाएं और बच्चे हैं, जिस पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने चिंता जाहिर की है. सिक्योरिटी काउंसिल के सदस्यों को संबोधित करते हुए गुटेरेस ने कहा कि गाजा में सार्वजनिक व्यवस्था पूरी तरह तहस नहस हो गई हैं. मानवीय सहायता भी पूरी तरह ठप होने का ख़तरा पैदा हो गया है. गाजा में अब तक यूएन के 130 कर्माचरी मारे गए हैं.
यूएन महासचिव ने कहा, ”गाजा में संयुक्त राष्ट्र के कर्मचारियों की सुरक्षा को खतरा अभूतपूर्व है. मेरे 130 से अधिक सहकर्मी पहले ही मारे जा चुके हैं, जिनमें से कई अपने परिवार सहित मारे जा चुके हैं. यह हमारे संगठन के इतिहास में जीवन की सबसे बड़ी हानि है. नागरिकों की कोई प्रभावी सुरक्षा नहीं है. इज़रायल के सैन्य अभियानों की शुरुआत के बाद से कथित तौर पर 17000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं. इसमें 4000 से अधिक महिलाएं और 7000 बच्चे शामिल हैं.” एंटोनियो गुटेरेस ने ये भी कहा कि हमास के हमले के लिए फिलिस्तीनियों के ऊपर सामूहिक सज़ा थोपने को सही नहीं ठहराया जा सकता. बिना सुरक्षा के लोगों को यहां से वहां जाने को कहा जा रहा है जबकि ग़ाज़ा में कोई ऐसी जगह नहीं है जो सुरक्षित हो. उन्होंने गाजा पर इजरायली बमबारी को लेकर संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 99 को लागू किया था. उनकी ओर से आर्टिकिल 99 लागू किए जाने को अभूतपूर्व माना जा रहा है, क्योंकि पिछले कुछ दशकों में किसी भी महासचिव ने इसका इस्तेमाल नहीं किया है.
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