नई दिल्ली (New Dehli) । चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (Chief Justice of India) धनंजय वाई चंद्रचूड़ (Dhananjay Y Chandrachud)की अध्यक्षता (chairmanship)में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (collegium)ने बुधवार को इलाहाबाद, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा, झारखंड और गौहाटी के पांच हाई कोर्ट्स के लिए चीफ जस्टिस के नामों की सिफारिश की। बुधवार को जारी किए गए अलग-अलग प्रस्तावों में, जोकि गुरुवार को सार्वजनिक किए गए, कॉलेजियम ने न्यायमूर्ति बीआर सारंगी को झारखंड के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति अरुण भंसाली को इलाहाबाद के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई को गौहाटी के मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति शील नागू को मध्य प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश के रूप में रिकमंड किया। इसके अलावा, राजस्थान हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस के लिए जस्टिस मनिंद्र मोहन श्रीवास्ताव के नाम की सिफारिश की गई है।
कॉलेजियम, जिसमें न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और बीआर गवई भी शामिल थे, ने नामों की सिफारिश करने के लिए वरिष्ठता, उच्च न्यायालयों के क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व, अनुभव, अखंडता और चरित्र के पहलू पर विचार किया। न्यायमूर्ति सारंगी वर्तमान में उड़ीसा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं और न्यायमूर्ति संजय कुमार मिश्रा की सेवानिवृत्ति के बाद झारखंड के चीफ जस्टिस का कार्यालय गुरुवार को खाली हो गया। कॉलेजियम ने कहा कि उनकी सेवानिवृत्ति के साथ, मुख्य न्यायाधीशों के बीच उड़ीसा हाई कोर्ट का कोई प्रतिनिधित्व नहीं होगा। न्यायमूर्ति सारंगी को जून 2013 में उड़ीसा हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था और अपने 10 साल के कार्यकाल में उन्होंने 1056 से अधिक फैसले लिखे हैं।
सीजे प्रितिंकर दिवाकर की सेवानिवृत्ति के बाद पिछले महीने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का पद खाली हो गया था। उनकी जगह कॉलेजियम ने राजस्थान उच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश न्यायमूर्ति भंसाली की सिफारिश की। उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में लगभग 11 वर्षों के छोटे से कार्यकाल में 1,230 से अधिक निर्णय लिखे हैं। इलाहाबाद उच्च न्यायालय देश का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय है और कॉलेजियम ने उनके नाम की सिफारिश करते समय नागरिक, कंपनी, संवैधानिक और कराधान मामलों में न्यायमूर्ति भंसाली के व्यापक अनुभव को ध्यान में रखा।
पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में भी, न्यायमूर्ति रविशंकर झा की सेवानिवृत्ति के बाद इस साल अक्टूबर से चीफ जस्टिस का पद खाली था। कॉलेजियम ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति नागू को पंजाब एंड हरियाणा उच्च न्यायालय का प्रमुख बनाने की सिफारिश की है। न्यायमूर्ति नागू को 2011 में न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया था और वह अपने मूल मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। कॉलेजियम के प्रस्ताव में उनके नाम की सिफारिश करते हुए कहा गया, “उन्हें एक सक्षम न्यायाधीश माना जाता है और उच्च न्यायिक पद पर बैठे व्यक्ति के लिए आवश्यक उच्च स्तर की सत्यनिष्ठा और आचरण रखते हैं।
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