उज्जैन। आज से पांच दिवसीय दीपावली पर्व की शुरूआत हो गई है। पांच दिनों तक शहर में दीप पर्व का उल्लास छाएगा और उत्साह के साथ लोग दीपोत्सव मनाएंगे। आज धनतेरस है लेकिन ज्योतिषाचार्यों के अनुसार तेरस की शुरूआत आज शाम 6 बजे से होगी इसलिए शाम के समय ही धनतेरस की पूजन करना श्रेष्ठकर माना गया है। त्रयोदशी तिथि कल शाम तक रहेगी और उसके बाद रूप चौदस शुरू होगी, जो 24 अक्टूबर सोमवार सुबह तक रहेगी और इसके बाद अमावस्या अर्थात दीपावली मनेगी। इधर दीपावली के अवसर पर घर और बाजार रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रहे हैं, तो वहीं बाजारों में भी भीड़ है। लोग खरीदी करने के लिए बाजार पहुंच रहे हैं तथा त्यौहार के मद्देनजर खरीदी कर रहे हैं। व्यापारियों के अनुसार धनतेरस को देखते हुए तैयारियां की है और अच्छे कारोबार होने की उम्मीद भी व्यापारियों ने जताई है।
गर्म जल से स्नान होगा
महाकाल को गर्म जल से स्नान कराने की शुरूआत 24 अक्टूबर की सुबह 7 बजे होने वाली आरती से की जाएगी। यह सिलसिला माघ पूर्णिमा 23 फरवरी तक चलेगा। गौरतलब है कि ठंड के मौसम में भगवान को शीत से बचाने के लिए गर्म जल से स्नान कराने की परंपरा है और गर्मी के दौरान ठंडे जल से स्नान कराया जाता है। 23 फरवरी के बाद गर्मी का मौसम शुरू होने पर बाबा महाकाल को शीतल जल से स्नान कराया जाएगा। रूप चौदस पर महाकाल को चंदन, उबटन लगाकर सुगंधित द्रव्य से स्नान भी कराया जाएगा।
महाकाल मंदिर में फुलझडिय़ां
इधर महाकालेश्वर मंदिर में दीपावली पर्व मनाने की शुरूआत शुक्रवार की शाम से हुई। पुजारी परिवार ने गर्भगृह में फुलझडिय़ां चलाई। संध्या आरती में फुलझडिय़ां चलाकर पुजारी परिवार और श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के साथ दीपावली त्यौहार मनाने की शुरूआत की। आज सुबह भगवान धनवंतरी का पूजन हुआ तथा शाम को शनिप्रदोष के अवसर पर 11 ब्राह्मणों द्वारा अभिषेक किया जाएगा।
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