- भीड़भरे आयोजन बन सकते हैं खतरे की घंटी
- लोग सावधानी नहीं रख रहे
उज्जैन। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में बीती शाम 238 सेम्पलों की जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक की गई। इसमें 5 नये कोरोना मरीज सामने आ गए। हैरत की बात यह है कि यह सभी उज्जैन शहर के हैं। त्यौहारों के चलते जिस तरह से भीड़ बढऩे लगी है, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में यही भीड़ संक्रमण को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती है। बढ़ते मरीजों के बावजूद लोग बाजारों में सावधानी नहीं रख रहे हैं।
नोडल अधिकारी कोरोना वायरस डॉ. एच.पी. सोनानिया के मुताबिक वर्तमान में सर्दी, खांसी और वायरल बुखार का सीजन चल रहा है। सरकारी अस्पतालों में ही इस तरह के एक हजार से ज्यादा मरीज रोज उपचार के लिए आ रहे हैं। इस बीच कोरोना संक्रमण का ग्राफ भी पिछले एक हफ्ते में तेजी से ऊपर आया है। सप्ताहभर पहले तक शहर में कोरोना के मात्र 9 एक्टिव मामले रह गए थे लेकिन पिछले 6 दिनों में कल शाम 5 नये मामलों के बाद एक्टिव मरीज बढ़कर 21 तक पहुंच गए हैं। इनमें से दो मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है, जबकि 17 होम आईसोलेशन में ईलाज करा रहे हैं। इधर कल सावन का पहला सोमवार होने के कारण शहर में बाहर से आए लाखों लोगों की भीड़ थी। भगवान महाकाल की पहली सवारी में ही शाही सवारी जैसी भीड़ नजर आ रही थी। लोग पालकी तक पहुँचने के लिए बैरिकेट्स के घेरों को भी लांघते दिखाई दे रहे थे। यहाँ कोई सोशल डिस्टेंस नजर नहीं आ रही थी, मास्क लगाना तो दूर की बात है। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ती जा रही है।