18 हजार से अधिक एक्टिव केस, वीडियो कांफ्रेंस से क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक ले रहे हैं शिवराज
इंदौर। आईसीएमआर (ICMR) की नई गाइडलाइन (new guideline) के चलते संक्रमित मरीजों ( infected patients) की संख्या में कमी आ सकती है। दरअसल जो नई टेस्टिंग पॉलिसी (new testing policy) आई है उसमें 7 दिन का होम आइसोलेशन (home isolation) ही मामूली लक्षण वालों के लिए बताया गया है और अगर लगातार तीन दिनों तक बुखार नहीं आता है तो दूसरा टेस्ट करवाने की भी जरूरत नहीं है। वर्तमान में 48 टीमें सैम्पलिंग ( sampling) में जुटी है। अभी हालांकि रोजाना 10 हजार से अधिक सैम्पल (sample) लिए जा रहे हैं। कल जो नए 1291 पॉजिटिव मरीज (positive patients) मिले हैं वे भी 10469 सैम्पलों की जांच से सामने आए, जिसमें 63 रिपीट पॉजिटिव मरीज भी शामिल हैं। हालांकि जनवरी अंत तक कोरोना का पीक आने की संभावना जताई जा रही है और इंदौर में 4 से 5 हजार मरीज भी 24 घंटे में मिल सकते हैं, मगर अधिकांश ए सिम्प्टोमैटिक ही रहेंगे।
हर 24 घंटे में कोरोना मरीजों (corona patients) की संख्या तो बढ़ रही है, मगर चिंता की बात इसलिए नहीं है कि इनमें से अधिकांश कम लक्षणों वाले सर्दी, जुखाम, बुखार के सामान्य मरीज ही हैं। रोजाना 10 हजार से अधिक सैम्पल लिए जा रहे हैं, मगर जो नई टेस्टिंग पॉलिसी केन्द्र सरकार ने जारी की है उसमें चलते अब सैम्पलिंग की संख्या भी घट सकती है, क्योंकि होम आइसोलेशन में ही चूंकि अधिकांश मरीजों का इलाज चल रहा है और उसके लिए कहा गया है कि 7 दिन की समय सीमा पर्याप्त है और तीन दिन तक बुखार ना आने पर दूसरे टेस्ट की भी आवश्यकता नहीं है। अन्यथा पहले 14 दिन की गाइडलाइन अनिवार्य थी और जब तक नेगेटिव रिपोर्ट ना मिले तब तक मरीज को बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब अधिकतम 3 से 5 दिन के भीतर ही मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। रेमडेसिविर, स्टेरॉइड से लेकर अन्य कोई भारी-भरकम दवाइयों की भी आवश्यकता नहीं पड़ रही है। सिर्फ मामूली पैरासिटामॉल (paracetamol) की गोली और जिंक, लिम्सी जैसी विटामिन की गोलियों से ही लोग स्वस्थ हो रहे हैं। दूसरी तरफ आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ-साथ लोग कोविसेल्फ जैसी किट की सहायता से भी घर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट (rapid antigen test ) कर रहे हैं। विगत कुछ दिनों में भी टेस्टिंग किट की बिक्री में भी अच्छा-खासा इजाफा हुआ है और कई लोग घर पर ही टेस्ट करने के बाद आरटीपीसीआर (RTPCR) भी नहीं करवा रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों और चिकित्सकों का भी मानना है कि आईसीएमआर (ICMR) ने अभी 11 जनवरी को जो नई गाइडलाइन और एडवाइजरी जारी की है उससे जनता में भी घबराहट नहीं फैलेगी, क्योंकि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के आंकड़े देखकर हर कोई चिंतित हो जाता है। अभी अधिकांश मरीज ओमिक्रॉन वैरिएंट के ही मिल रहे हैं, क्योंकि जिस तरह के लक्षण मरीजों के हैं वह इसी वैरिएंट में पाए जाते हैं, लेकिन चूंकि अधिकांश मरीज संक्रमण होने के बावजूद सामान्य ही हैं इसलिए शासन-प्रशासन से लेकर चिकित्सक भी अधिक चिंतित नहीं हैं। सतर्कता और सावधानी बरतने की सलाह अवश्य लोगों को लगातार दी जा रही है कि वे भीड़ वाले इलाकों में अभी कुछ दिन ना जाएं और मास्क के साथ सैनेटाइजर का भी इस्तेमाल करें। इंदौर में कल 285 मरीज स्वस्थ हुए और 6626 उपचाररत बताए गए हैं, जिसमें नए 1291 पॉजिटिव मरीज भी शामिल हैं, जिसमें 63 मरीज रिपीट पॉजिटिव भी आए हैं।
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