इंदौर। इस बार रंगपंचमी की गेर ने भीड़ के रिकॉर्ड तो तोड़े ही, वहीं पहली बार मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। गेर मार्ग पर 9 भवनों को मेहमानों के बैठने के लिए चिन्हित करते हुए कलेक्टर ने मोबाइल एप के जरिए इसकी बुकिंग की सुविधा भी दी, ताकि यूनेस्को की धरोहर सूची में इंदौर की इस रंगारंग गेर को शामिल हो सके, एप के जरिए 145 लोगों ने बुकिंग कर गेर का आनंद लिया।
गेर मार्ग पर चिन्हित इन भवनों की बालकनी और छतों पर बैठकर मेहमानों ने अनूठी गेर का आनंद लिया। लगभग 200 लोगों की बैठक क्षमता इन भवनों में करवाई गई और मोबाइल एप पर नि:शुल्क बुकिंग सुविधा दी गई और हर भवन पर वॉलेंटियर की व्यवस्था भी रखी गई। निगम की स्मार्ट सिटी ने रंगपंचमी 2024 के नाम से जो एप बनाया उसमें 145 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाकर गेर का आनंद लिया और इसमें विदेशी मेहमान भी शामिल रहे।
साउथ अफ्रीका से आए 10 विदेशी मेहमानों ने भी रजिस्ट्रेशन करवाकर रंगारंग गेर का आनंद तो लिया ही, साथ ही इंदौर के अतिथि देवो भव: के विचार की भी सराहना की और पुलिस, प्रशासन, निगम द्वारा गेर देखने की जो व्यवस्था की गई उसकी भी सराहना की। उल्लेखनीय है कि अग्रिबाण ने ही कुछ वर्ष पूर्व शासन-प्रशासन को रंगपंचमी की गेर की मार्केटिंग करने और विदेश में होने वाले टमाटिनो फेस्टिवल की तर्ज पर उसे देश-विदेश में लोकप्रिय करने का सुझाव दिया था, जिस पर बाद में कोरोना के चलते अमल में नहीं हो पाया।
इस बार भी चुनावी आचार संहिता सहित अन्य कारणों से ऐन वक्त पर निर्णय लिया गया और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहले ऐसे मुख्यमंत्री रहे जो गेर में ना सिर्फ शामिल हुए, बल्कि उन्होंने भी मौजूद लाखों की भीड़ के साथ होली भी खेली। कलेक्टर आशीष सिंह ने इस परम्परागत गेर के सफल आयोजन पर शहरवासियों का आभार भी माना और अपनी पूरी टीम को भी बधाई दी। इस बार गेर देखने वालों की संख्या अत्यधिक रही, जिसमें वीआईपी लोक भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। अब यूनेस्को से धरोहर सूची में शामिल करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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