उज्जैन। गुरुवार को शहर में तापमान ने साल 2016 का रिकॉर्ड तोड़ दिया। तेज धूप, उमस और भीषण गर्मी के साथ गुरुवार को पारा 45.0 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। मई में वर्ष 2016 के बाद पिछले 7 सालों में यह सबसे अधिक तापमान है। भीषण गर्मी और उमस ने आम जनजीवन को भी प्रभावित कर दिया है। दिन का अधिकतम तापमान बीते 24 घंटों में 0.5 डिग्री बढ़कर 45.0 डिग्री सेल्सियस हो गया। रात का तापमान भी रिकार्ड स्तर 30 डिग्री तक पहुंच गया। दिनभर 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवा के बावजूद दिन में भीषण गर्मी और उमस से लोग जूझते रहे।
वेधशाला से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को उज्जैन में इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा। इस दिन तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया। गुरुवार को रात का तापमान 28.8 डिग्री था। जो आज सुबह शुक्रवार को 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि इससे पहले वर्ष 2016 में तापमान 45.5 डिग्री दर्ज हुआ था। तापमान बढऩे से घर के पंखे और कूलर भी बेदम हो गये हैं। इनके चलने के बावजूद लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है और पसीने छूट रहे हैं। बाजारो में भी लू चलने के कारण लोग सड़को पर निकलने से बच रहे है।
बाजार सूने, ग्राहकी रही कमजोर…
गुरुवार को भीषण गर्मी के असर के कारण गोपाल मंदिर, फ्रीगंज, नईसड़क, सराफा सहित अन्य प्रमुख बाजारों में भी दिन में काफी कम ग्राहकी रही। सामान्य दिनों की तुलना में मुख्य सड़कों पर भी वाहनों का दबाव दिन में बेहद कम रहा। मौसम विशेषज्ञों ने अगले 24 घंटों में भी तापमान बढऩे की संभावनाएं जताई हैं।
रात भी रही गर्म, न्यूनतम पारा डिग्री…
दिन के अलावा रात में भी तापमान सबसे अधिक रहा। बीती रात पारा 2.2 डिग्री बढ़कर आज सुबह 30 डिग्री सेल्सियस हो गया। ग्रीष्म ऋ तु में सीजन का यह सबसे अधिक तापमान है। दिन के साथ रात में भी पारा बढऩे के कारण लोग भीषण गर्मी व उमस से जूझते रहे।
- डॉक्टर बोले, इन बातों का रखें खास ध्यान
- जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ जितेंद्र शर्मा ने बताया कि वर्तमान में भीषण गर्मी को देखते हुए
- थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहें। पसीना बहने की वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इससे डी-हाइड्रेशन हो सकता है।
- छोटे बच्चों को दिन में सूर्य की तेज किरणों से बचाएं। तेज धूप व गर्मी से उन्हें उल्टी-दस्त आदि की समस्या हो सकती है।
- दोपहर में सूर्य की किरणों का असर तीव्र होता है, जिससे लू लगने की संभावना अधिक होती है। दोपहर में सीधी धूप में निकलने से बचें।
- उल्टी-दस्त होने पर तुरंत नमक-शक्कर अथवा ओआरएस का घोल पीएं। हल्का बुखार होने पर चिकित्सक को दिखाएं।
एक नजर बीते 7 सालों में मई के तापमान पर…
- 21 मई 2010 अधिकतम तापमान 46.0 डिग्री
- 18 मई 2015 अधिकतम तापमान 45.0 डिग्री,
- 19 मई 2016 अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री,
- 23 मई 2024 अधिकतम तापमान 45.0 डिग्री।
(तापमान डिग्री सेल्सियस में, आंकड़े जीवाजीराव वेधशाला के अनुसार)