इंदौर, विकाससिंह राठौर। कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित एविएशन इंडस्ट्री हो रही है। बढ़ते संक्रमितों के मामलों और इन पर काबू पाने के लिए अलग-अलग प्रदेशों द्वारा लागू की गई सख्ती के चलते हवाई यात्रियों (air travelers) की संख्या में भारी गिरावट आई है, जिससे उड़ानों की संख्या भी काफी कम हो गई है। इंदौर (Indore) की ही बात करें तो दिसंबर की अपेक्षा जनवरी में 44 प्रतिशत यात्री और 26 प्रतिशत उड़ानें कम हो चुकी हैं। यानी एक ही माह में यात्री करीब आधे रह गए हैं और एक चौथाई उड़ानें बंद हो गई हैं।
यह खुलासा हाल ही में एयरपोर्ट प्रबंधन (airport management) द्वारा तैयार की गई जनवरी की रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में इंदौर से जाने और आने वाली कुल 1501 उड़ानों का संचालन हुआ, जिनसे कुल 120032 यात्रियों ने सफर किया, जबकि दिसंबर में उड़ानों की संख्या 2028 और यात्रियों की संख्या 213883 थी। इस तरह दिसंबर की अपेक्षा जनवरी में 93851 यात्री और 527 उड़ानें कम हुई हैं। प्रतिशत में बात करें तो दिसंबर की अपेक्षा जनवरी में 44 प्रतिशत यात्री कम हुए हैं, जबकि 26 प्रतिशत उड़ानें घटी हैं। यह आंकड़े फिर से उड़ान भरती एविएशन इंडस्ट्री (the booming aviation industry) के लिए काफी तकलीफ देने वाले हैं।
तीसरी लहर की चपेट में इंडस्ट्री
अचानक यात्रियों और उड़ानों की संख्या में इतनी कमी होने का प्रमुख कारण देश में कोरोना की तीसरी लहर का आना है। इसके साथ ही कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (new variant omicron) भी है। दूसरी लहर के बाद जहां दिसंबर में काफी राहत मिल चुकी थी और संक्रमितों के आंकड़े काफी कम हो चुके थे, वहीं तीसरी लहर के कारण जनवरी में संक्रमितों के आंकड़ों में तेजी से बढ़ोतरी हुई। इसके कारण हवाई यातायात (air traffic) पर एक बार फिर कई सख्तियां लगा दी गईं। यात्रियों को कई प्रदेशों में जाने के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई। संक्रमण के डर और यात्रा में सख्तियों के चलते घूमने वाले तो न के बराबर रह ही गए, वहीं काम के लिए सफर करने वाले भी हवाई सफर से बचने लगे, जिसके कारण यात्रियों की संख्या में काफी गिरावट आई। यात्री कम होने पर नुकसान से बचने के लिए एयरलाइंस ने उड़ानों को निरस्त करना शुरू कर दिया, जिसके कारण सिर्फ एक ही माह में यह स्थिति बन गई।
पांच माह पीछे पहुंचा इंदौर
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी इंदौर से यात्री और उड़ानों की संख्या काफी कम हो गई थी। दूसरी लहर का असर थोड़ा कम होने के बाद अगस्त से स्थिति में सुधार हुआ था। अगस्त 2021 में इंदौर से कुल 1226 उड़ानों का संचालन हुआ था, जिनसे 142690 यात्रियों ने सफर किया था। जनवरी में उड़ानों की संख्या अगस्त से भले ही थोड़ी ज्यादा हो, लेकिन यात्री संख्या 20 हजार कम है। इस तरह इंदौर एक ही माह में ग्रोथ के मामलों में पांच माह पीछे जा चुका है।
स्थिति नहीं सुधरी तो और कम हो सकती है संख्या
ट्रेवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्रसिंह जादौन (Hemendrasinh Jadoun) ने बताया कि कोरोना के डर और सख्ती के कारण 70 प्रतिशत पर्यटक कम हो चुके हैं। इसका सीधा असर यात्री संख्या और उड़ानों पर नजर आ रहा है। अगर कोरोना की स्थिति में जल्दी ही सुधार नहीं होता है तो उड़ानों और यात्रियों की संख्या में इस माह और गिरावट आ सकती है।
एक नजर दिसंबर और जनवरी के यात्री और उड़ानों पर
माह जनवरी 22 दिसंबर 21 अंतर अंतर (‘)
यात्री 120032 213883 -93851 -44′
उड़ानें 1501 2028 -527 -26′
(जानकारी विमानतल प्रबंधन के मुताबिक)
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