बड़ी खगोलीय घटना… इस दिन बेहद करीब होंगे दोनों ग्रह
इंदौर। इस साल की सबसे बड़ी खगोलीय घटना के तहत आगामी 21 दिसंबर को गुरू और शनि 0.1 डिग्री से एक दूसरे के नजदीक दिखाई देंगे। यह घटना शुरू हो चुकी है। हर शाम आप दोनों ग्रहों की नजदीकियां बढ़ते देख सकते हैं।
400 साल बाद इस तरह की खगोलीय घटना होना बताया जा रहा है। इससे पहले टेलिस्कोप बनाए जाने के 14 साल बाद 1623 में इस तरह की खगोलीय घटना हुई थी। सूरज के ढलते ही रिंग वाला सुंदर ग्रह सेटर्न और सबसे विशाल ग्रह जूपिटर को जोड़ी बनाते इस समय आकाश में देखा जा सकता है। दो ग्रहों के नजदीक दिखने की यह घटना ग्रेट कंजक्शन कहलाती है। पूर्णिमा का चंद्रमा जितना बड़ा नजर आता है उसका पांचवां भाग ही उनके बीच की दूरी रह जाएगी।
परिक्रमा समय के अंतर के कारण
सौर मंडल का पांचवां ग्रह बृहस्पति और छटा ग्रह शनि निरंतर सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं। गुरु की एक परिक्रमा लगभग लगभग 11.86 साल में हो पाती है तो शनि को लगभग 29.5 साल लग जाते हैं। परिक्रमा समय के इस अंतर के कारण लगभग हर 19.6 साल में ये दोनों ग्रह आकाश में साथ दिखने लगते हैं, जिसे ग्रेट कंजक्शन कहा जाता है
20 साल पहले दोनों ग्रह सूर्य के नजदीक
खगोल शास्त्रियों के मुताबिक वैसे तो शनि और गुरू का मिलन हर 20 साल बाद होता है लेकिन इतनी नजदीकियां कम होती है। पिछला कंजक्शन 31 मई 2000 में हुआ था। तब दोनों के सूर्य पास होने से इन्हें देखना मुश्किल था।
फिर होगी वर्ष 2040, 2060 और 2080 में
खगोल शास्त्रियों का कहना है कि अगली खगोलिय घटना 5 नवंबर 2040, 10 अप्रैल 2060 और 15 मार्च 2080 को होगा। इनमें 15 मार्च 2080 को होने वाली घटना इस साल हो रही इसी खगोलीय घटना के समान होगी।
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