- पत्नी के मायके जाने से नाराज पति रेलवे ट्रैक पर जाकर लेटा
नागदा। जाको राखे साईयां मार सकें ना कोई…यह कहावत तब चरितार्थ हुई जब रेलवे ट्रैक पर लेटे एक व्यक्ति के ऊपर से मालगाड़ी के 40 डिब्बे गुजर गए। हालांकि मालगाड़ी चालक ने तत्परता दिखाते हुए ट्रेन रोक दी। फिर भूतपूर्व सैनिक रह चुके गेटमेन ने इस व्यक्ति को आरपीएफ के हवाले किया गया। आरपीएफ ने समझाइश देकर वार्ड में ही रहने वाले परिचित भाजपा नेता के सुपुर्द कर दिया। घटनाक्रम सोमवार सुबह 8 बजे का है। वार्ड नंबर 4 जबरन कॉलोनी निवासी राजू पिता रामचंद्र खोईवाल लाइट डेकोरेशन का काम करता है। करीब तीन दिन पहले उसका पत्नी तारा (45) से विवाद हो गया था।
इसी विवाद के चलते तारा घर छोड़कर मायके चली गई। राजू के दो बेटे हरिओम (10) व कान्हा (9) है। तीन दिन बाद भी पत्नी ससुराल नहीं लौटी तो राजू आत्महत्या करने रतलाम रेलवे ट्रैक पर जाकर लेट गया। राजू को ट्रैक पर लेटा देख मालगाड़ी के चालक राजकुमार विश्वकर्मा ने ट्रेन को रोकने का प्रयास किया वे जब तक ट्रेन रोकते तब तक ट्रेन के 40 डिब्बे गुजर चुके थे। ट्रैक के बीच में लेटा होने से राजू की जान बच गई। मालगाड़ी रुकने के बाद गेटमेन (भूतपूर्व सैनिक) जितेंद्र ने राजू को निकालकर कक्ष में बैठाया और आरपीएफ को सूचना दी। मौके पर पहुंची आरपीएफ टीम राजू को अपने साथ ले गई। यहाँ आरपीएफ के एसआई मो. जावेद खान ने राजू की काउंसलिंग की। फिर इनके पड़ोसी व भाजपा नेता अब्बास खिरोलिया को बुलाकर उनके सुपुर्द कर दिया।