भोपाल। कोरोना महामारी (Corona epidemic) के बीच प्रदेशभर में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी का काम चल रहा है, लेकिन किसानों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही। कभी भुगतान (Payment) में देरी तो कभी हम्मालों की कमी। अब खरीदी केंद्र इसलिए बंद हो गए हैं, क्योंकि यहां बारदाने खत्म हो गए हैं। ऐसे में खरीदी की अंतिम तारीख नजदीक आने के साथ किसानों की चिंता भी बढऩे लगी है। अभी तक प्रदेश में 95 लाख मीट्रिक टन गेहूं (Metric ton wheat) खरीदा गया है। 135 लाख लाख टन का टारगेट (Target) पूरा करने के लिए 15 दिन में 40 लाख मीट्रिक टन गेहूं (Metric ton wheat) खरीदना पड़ेगाा। प्रदेश में 4 हजार से अधिक खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इन सब खरीदी केंद्रों पर कोरोना प्रोटोकॉल (Corona protocol) का पालन करते हुए समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। प्रदेश में इस बार भी गेहंू की उपज अच्छी हुई है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार (central government) ने देश में सबसे अधिक मप्र से 135 लाख मीट्रिक टन गेहूं (Metric ton wheat) समर्थन मूल्य पर खरीदने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में 27 मार्च तो अधिकांश में 1 अप्रैल से गेहूं खरीदी हो रही है। लेकिन कोरोना संक्रमण और प्रशासनिक लापरवाही की वजह से इस बार खरीदी की रफ्तार धीमी है। उधर बारदानों की कमी के कारण प्रदेश के कई केंद्रों पर पिछले 4 दिनों से गेहूं खरीदी की तुलाई नहीं हो पा रही। ऐसे में अब किसानों ने खरीदी के लिए तय 15 और 25 मई को बढ़ाने की मांग की है।
25 मई तक होगी खरीदी
प्रदेश में इंदौर और उज्जैन संभाग में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी पहले शुरू हुई थी। अन्य संभागों में खरीदी बाद में प्रारंभ हुई थी। इंदौर उज्जैन में 15 मई तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जाना है। जबकि अन्य संभागों में 25 मई तक खरीदी होना है। लेकिन किसानों और किसान संगठनों ने खरीदी की तिथि बढ़ाने की मांग शुरू कर दी है।
समर्थन मूल्य पर खरीदा 94 लाख मीट्रिक टन गेहूं
मप्र में सभी संभागों में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी जारी है। अब तक 94 लाख 58 हजार 92 मेट्रिक टन गेहूं की खरीदी हो चुकी है। खरीदे गए गेहूं के एवज में किसानों को 17889 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था अभी तक केवल 12370 करोड़ रुपए का भुगतान हो पाया है। लगभग 5000 करोड रुपए से अधिक का भुगतान अब तक किसानों को नहीं हो पाया है इससे किसान परेशान हैं। राज्य सरकार ने इस बार 135 लाख मैट्रिक टन गेहूं खरीदी का लक्ष्य बनाया था पिछले साल की अपेक्षा इस बार 127 फीसदी किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए पंजीयन कराया था किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं चना मसूर और सरसों खरीदी के लिए कुल 24 लाख 8 हजार 835 एसएमएस किए गए हैं। प्रदेश भर में अब तक 12 लाख 1 हजार 63 किसानों से समर्थन मूल्य पर अनाज की खरीदी की जा चुकी है। जो खरीदा गया गेहूं और अन्य अनाज है उसमें से अभी तक 90 फीसदी का परिवहन कर उन्हें गोदामों में पहुंचाया जा चुका है। अब तक 81 लाख 34 हजार 888 मेट्रिक टन अनाज को परिवहन कर गोदामों तक पहुंचाया जा चुका है।
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