नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कौशांबी जिले (Kaushambi district) के सिराथू के बाजार घाट पर शुद्धि कार्यक्रम में गए एक ही परिवार के चार लोग एक-एक करके गंगा में डूबने लगे. घटना के बाद हड़कंप मच गया. गोताखोरों की मदद से किसी तरह दो लोगों को बाहर निकाला गया. डूबने वालों को बाहर निकालकर एंबुलेंस की मदद से सीएचसी अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया. जहां पर एक अधेड़ जेके मिश्रा की मौत हो गई. दूसरा शिखर मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गया. उसका इलाज फिलहाल जारी है.
गंगा नदी में लापता जय जनार्दन मिश्रा और उनके बेटे छोटू मिश्रा अभी भी लापता हैं. गोताखोरों की टीम लगातार गंगा नदी में सर्च अभियान चला रही है. 3 घंटे बीत जाने के बाद भी पिता-पुत्र नहीं मिल सके. गंगा नदी के किनारे हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए हैं. पुलिस और गोताखोर और नाविक लगातार खोजने में लगे हुए हैं. फिलहाल अभी तक कोई खबर नहीं मिल सकी है. इस घटना से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
जानकारी के मुताबिक मनमोहन मिश्रा (80) का देहांत 27 दिसंबर 2024 को हो गया था. इसके बाद परिवार के सभी लोग गंगा घाट पर गए हुए थे. परिवार के जेके मिश्रा सबसे पहले मुंडन करवाने के बाद गंगा में स्नान करने के लिए पहुंचे थे. उनका पैर फिसल गया और उनके बेटे शिखर मिश्रा ने भी उनको बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी. शिखर मिश्रा तो अपने पिता को नहीं बचा सके.
वह भी डूबने लगे इसके बाद उनके चाचा जय जनार्दन मिश्रा भी और छोटू मिश्रा ने गंगा में चलांग लगा दी. जेके मिश्रा गंगा में डूब गए उनके साथ-साथ जय जनार्दन और छोटू मिश्रा भी गंगा में समा गए. किसी तरह वहां पर मौजूद गोताखोरों ने जेके मिश्रा और शिखर मिश्रा को गंगा से निकाल लिया. जय जनार्दन मिश्रा और उनके बेटे छोटू मिश्रा अभी भी गंगा में ही हैं. उनको टीम खोज रही है.
सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा से जब मीडिया ने किया तो उन्होंने बताया कि सिराथू तहसील के बाजार घाट पर शुद्धि कार्यक्रम चल रहा था इसके बाद एक-एक करके गंगा में चार लोग समा गए. जिसमें से जेके मिश्रा की मौत हो गई है. उनके बेटे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनका इलाज चल रहा है और जय जनार्दन मिश्रा और छोटू मिश्रा को गोताखोरों की टीम खोज रही है.
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