भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले सात दिन में 3 हजार 938 कोरोना मरीजों को आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Scheme) का लाभ प्राप्त हुआ है जबकि विगत एक साल में इस योजना से 5,100 मरीज लाभान्वित हुए थे। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना (Chief Minister Covid Treatment Scheme) त्वरित लागू किया गया है, जिसका लाभ मरीजों को मिलने लगा है। इस संबंध में सीएम शिवराज (CM Shivraj Singh Chouhan) द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने उन्हें शनिवार बताया है । उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिला के प्रभारी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना का लाभ पीड़ित कोरोना मरीजों को मिले, इसे पूरी गंभीरता से लिया जाए। योजना के क्रियान्वयन में शिकायतों की त्वरित जांच हो और उनका निराकरण भी किया जाए। वहीं, बैठक में बताया गया कि हर जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर भी उपलब्ध करा दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने सीहोर, विदिशा और रायसेन की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पॉजिटिविटी रेट कम किया जाए। कोरोना से बचाव के उपायों और कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण को रोकने के विशेष ध्यान दिया जाए। बुरहापुर में कोरोना संक्रमण नियंत्रित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में संक्रमण को जीरो स्तर पर लाया जाए। यह जिला प्रदेश के शेष जिलों के लिए मॉडल बने। यहाँ पर कोरोना कर्फ्यू को धीरे-धीरे खोलने के संबंध में भी विचार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सावधानी सतत रूप से रखी जाए। टेस्टिंग में कमी न की जाए।
वहीं, प्रदेश में आज 7,571 नए कोरोना प्रकरण आए हैं और 11 हजार 973 मरीज स्वस्थ हुए हैं। एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 99 हजार 970 हो गई है। प्रदेश की पॉजिटिविटी दर घटकर 11.05 प्रतिशत रह गई है। मुख्यमंत्री शिवराज इस दौरान भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा और भारतीय वन सेवा के देश के विभिन्न स्थानों और विभागों में पदस्थ अधिकारियों से वर्चुअली चर्चा की है। जिसमें कि मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब कोविड कंट्रोल को लेकर युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहे हैं। आप दिल्ली और देश के अन्य राज्यों से कोरोना की रोकथाम के लिए मध्यप्रदेश से जुड़े हुए हैं।
सीएम ने कहा है कि राज्य को आपकी क्षमता, प्रतिभा का पूरा उपयोग करना है। हम धीरे-धीरे कोविड को नियंत्रित कर रहे हैं। कल प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट घटकर 11.05 प्रतिशत हो गई है। नए केस भी लगातार कम होते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से उनकी रणनीति और सुझाव सुनें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केयर सेंटर को पोस्ट कोविड केयर सेंटर में बदलने का भी हमने फैसला किया है। कोरोना कर्फ्यू को बहुत लंबे समय तक जारी नहीं रखा जा सकता है क्योंकि आर्थिक गतिविधियाँ भी चालू रखनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना पीड़ितों के लिए नि:शुल्क इलाज की योजना, अनाथ बच्चों के लिए 5 हजार रूपए महीने पेंशन, नि:शुल्क राशन और शिक्षा की योजना बनाई गई है।
इस दौरान चौहान का कहना यह भी था कि ब्लैक फंगस के केस सामने आ रहे हैं। सभी पीड़ितों का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कोविड से बचाव और उपचार की रणनीति, पोस्ट कोविड इम्पेक्ट, ब्लैक फंगस, कार्डियक अरेस्ट, कोरोना की संभावित तीसरी लहर, कोरोना से बचाव के लिए जनसामान्य के व्यवहार और केन्द्र सरकार के विभिन्न विभागों के माध्यम से मिलने वाली अधिकतम मदद के संबंध में चर्चा की।
उधर, अधिकारियों ने बैठक में बताया कि केन्द्र सरकार के विभाग मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन की उपलब्धता, अस्पतालों के इंतजाम, टीकाकरण, ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना आदि आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए भरपूर सहयोग कर रहे हैं, इसे और बढ़ाया जाएगा। उद्योगों को भी सहयोग के लिए प्रेरित किया जाएगा।