नई दिल्ली। मुंबई-नागपुर समृद्धि एक्सप्रेसवे का उद्घाटन पिछले साल ही दिसंबर में हुआ था। उद्घाटन के बाद से लेकर अप्रैल तक 39 यात्रियों की सफर के दौरान मौत हो गई तो वहीं लगभग 143 लोग घायल हो गए।
राज्य राजमार्ग पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा- “इस दुर्घटना का एक कारण सड़क सम्मोहन हो सकता है।”
सड़क सम्मोहन को व्हाइट लाइन फीवर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसी मानसिक स्थिति होती है, जहां चालक कुछ सोचने की स्थिति में नहीं होता है और बिना सोच विचार किए ही वाहन चलाता है।
पीएम मोदी ने 11 दिसंबर, 2022 को नागपुर और शिरडी के बीच एक्सप्रेसवे के पहले चरण का उद्घाटन किया था। यह एक्सप्रेसवे 520 किमी की दूरी तय करता है। आधिकारिक तौर पर इस एक्सप्रेसवे का नाम हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग रखा गया है, यह 701 किमी तक फैला हुआ है।
राज्य राजमार्ग पुलिस अधिकारी ने कहा- “दिसंबर 2022 से लेकर अप्रैल 2023 तक अबतक 358 दुर्घटनाएं हो चुकी है, जिसमें 24 दुर्घटना में 39 लोगों की मौत हो गई तो वहीं 54 दुर्घटनाओं में 143 लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।”
इस एक्सप्रेसवे का मुख्य उद्देश्य नागपुर से मुंबई की दूरी को कम करना है। मौजूदा समय में नागपूर से मुंबई जाने मे सात घंटे का समय लगता है।
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