लखनऊ। कोरोना (Corona) संकट के बीच गंगा नदी (Ganga River) में मिले शवों (Dead body) को लेकर यूपी डीजीपी (UP DGP) मुख्यालय ने सूची जारी की है. अब तक गंगा किनारे से पुलिस को सिर्फ 39 शव मिले हैं. वाराणसी में 7, गाजीपुर में 15 से 16, चंदौली में 8 और बलिया में 8 शव बरामद किए जाने की बात कही गई है.
नदी में शव प्रवाहित करने से रोकने के लिए उन्नाव, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी, कानपुर, फतेहपुर में पेट्रोलिंग की विशेष टीमें (Special teams of patrolling) लगाई गई हैं. वहीं, गाजीपुर के 18 श्मशान घाट पर पेट्रोलिंग के लिए पीएसी व स्थानीय पुलिस को लगाया गया है. सैदपुर से लेकर गहमर तक 34 पुलिस टीमों को तैनात कर गंगा में पेट्रोलिंग कराई जा रही है.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार (Cerntral Government) कोरोना (Corona) संकट के बीच शवों को गंगा और अन्य नदियों में फेंकने के मामले पर संज्ञान लिया है, साथ ही राज्यों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं. केंद्र सरकार ने यूपी और बिहार सरकार को निर्देश दिया है कि शवों को नदियों में प्रवाहित करने पर तत्काल रोक लगाई जाए.
केंद्र सरकार ने यह भी कहा है कि शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया जाए. केंद्र के आदेश के बाद स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर है और नदियों में शवों के जल प्रवाह पर पुलिस और प्रशासन के लोग पैनी नजर रखा रहे हैं. केंद्र ने 15 और 16 मई को समीक्षा बैठक बुलाई थी. केंद्र ने अधजले शवों और शवों के जल प्रवाह पर चिंता जताते हुए इसे अनुचित और चिंताजनक कहा था. इस घटना पर जल शक्ति मंत्रालय संज्ञान ले चुका है. मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि नमामि गंगे मिशन राज्यों को गंगा में शवों को प्रवाहित करने पर रोक लगाने और उनके सुरक्षित निस्तारण और सम्मानजनक अंतिम संस्कार पर बल देने का निर्देश देता है. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश और बिहार में बड़ी संख्या में नदियों में शव तैरते देखे गए थे. बिहार की ओर से दावा किया जा रहा था कि शव यूपी से आ रहे हैं, वहीं यूपी का दावा था कि शव बिहार से आ रहे हैं. बिहार के बक्सर में गंगा नदी में 50 से ज्यादा शव देखे जाने के बाद राज्य में हड़कंप मच गया था. दुर्भाग्य से ये सिलसिला अब तक जारी है. शवों को गंगा किनारे घाटों पर बड़ी संख्या में दफनाया गया है. कानपुर, उन्नाव, कन्नौज और प्रयागराज में नदियों के तटों पर ही शवों को दफना दिया गया है, जिसकी वजह से स्थानीय लोग परेशान हैं. शवों की बदबू बस्तियों तक आ रही है, जिसकी वजह से लोग डरे हुए हैं.