इंदौर। 24 घंटे में हालांकि अधिक बारिश शहर में नहीं हुई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ आसपास अवश्य तेज बारिश का सिलसिला जारी रहा। इंदौर में मौसम विभाग के मुताबिक आज सुबह साढ़े 8 बजे तक 914.4 मिमी यानी साढ़े 36 इंच से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है, जो कि औसत बारिश से 3 इंच ज्यादा ही है। बारिश का कोटा तो पूूरा हो गया, लेकिन शहर की अधिकांश सडक़ें गड्ढों में समा गई है।
पिछले हफ्ते भी एक ही दिन में 11 इंच तक बारिश हो गई थी, जिसके चलते सभी प्रमुख तालाबों में भी पानी भर गया। यशवंत सागर तो ओवर फ्लो चल ही रहा है, जो कि अपनी निर्धारित 19 फीट की क्षमता के साथ भर गया है। इस बार देपालपुर में ज्यादा बारिश हुई है। वहीं शहर में भी 33-34 इंच औसत बारिश से 3 इंच पानी अधिक बरस चुका है। गत वर्ष भी हालांकि 50 इंच से ज्यादा पानी गिरा था और दीपावली तक बारिश ने पीछा नहीं छोड़ा था। बारिश के कारण अब शहरभर की सडक़ें उखड़ गई हैं। बड़े-बड़े चौड़े गड्ढे सडक़ों पर हो गए। बीआरटीएस कॉरिडोर से लेकर विजय नगर, बॉम्बे हॉस्पिटल चौराहा, वहां से महालक्ष्मी नगर, तुलसी नगर की सडक़ तो पता ही नहीं लगती कि कहां गायब हो गई। हिचकोले दचके खाते हुए लोगों को सफर करना पड़ रहा है। पिछले दिनों निगमायुक्त ने पेंचवर्क करने के आदेश जारी भी किए थे और निगम ने जो कई गड्ढों में चूरी-गिट्टी डलवाई वह भी अभी बाद में हुई बारिश में बह गई। निगम का कहना है कि अभी डामर के प्लांट बारिश के कारण बंद ही रहते हैं, लेकिन अब बड़े-बड़े गड्ढों को भरवाने का काम शुरू किया जाएगा। मध्य क्षेत्र की भी अधिकांश सडक़ें गड्ढों में समा गई है। यहां तक कि नगर निगम के कर्मचारियों को सफाई करने में भी परेशानी हो रही है। रिंग रोड की भी हालत खस्ता है। इसके मुख्य रोड के साथ-साथ सर्विस रोड पर भी बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। रेडिसन चौराहा के सामने की सडक़ के हाल भी बेहाल ही हैं। गली-मोहल्लों की सडक़ेें भी गायब हो चुकी हैं।
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