मुख्यमंत्री ने की समीक्षा, कहा-सीएम राइज स्कूलों के लिए समय पर पूर्ण करें शिक्षक चयन प्रक्रिया
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि सीएम राइज स्कूल (CM Rise Schools) एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसके क्रियान्वयन के लिए योग्य शिक्षकों का चयन किया जा रहा है। शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए शिक्षक प्रशिक्षण का कार्य भी पूरी गंभीरता से किया जाए। प्रथम चरण में प्रदेश में अप्रैल 2022 से प्रारंभ होने वाले शिक्षण-सत्र में कक्षा एक से 12वीं तक शिक्षण व्यवस्था वाले 350 सीएम राइज स्कूल (open 350 CM Rise Schools) प्रारंभ होंगे। इसके लिए आवश्यक बजट व्यवस्था भी कर ली गई है।
मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को सीएम राइज स्कूल योजना के अंतर्गत प्रारंभ की गई गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने योजना से संबंधित विशेषताओं पर भी चर्चा की। मुख्यमंत्री ने विद्यालयों के प्राचार्यों के लिए तैयार की गई हैंड बुक का विमोचन किया। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जाएँगे रशीदिया विद्यालय का मॉडल देखने
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में लैब, कम्प्यूटर और लायब्रेरी की व्यवस्था की जा चुकी है, वहाँ अप्रैल 2022 से सीएम राइज स्कूल प्रारंभ किये जाएँगे। इस क्रम में भोपाल के रशीदिया विद्यालय को मॉडल सीएम राइज स्कूल के रूप में विकसित किया गया है। वे शीघ्र ही इसका अवलोकन भी करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के प्रशिक्षण और भवनों के निर्माण तथा अन्य व्यवस्थाओं को समय पर पूरा किया जाए। आगामी शिक्षण-सत्र से विद्यालयों के प्रारंभ होने का कार्य शुरू हो जाएगा। लक्ष्य यह हो कि दो वर्ष में सभी विद्यालय प्रांरभ हो जाएँ।
प्राचार्यों को दिया जाएगा विशेष दक्षता प्रशिक्षण
प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी ने बताया कि सीएम राइज स्कूल योजना में 22 हजार 254 शिक्षकों के आवेदन पत्र प्राप्त हुए हैं। उत्कृष्ट शिक्षा के लिए विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित शिक्षकों का साक्षात्कार आयोजित कर चयन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 9 हजार 200 सुविधायुक्त सीएम राइज स्कूल प्रारंभ किए जाने हैं। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 25-30 किलोमीटर परिधि में इनकी व्यवस्था होगी। इन स्कूलों में एक ही शिक्षण परिसर में केजी से लेकर 12वीं तक की कक्षाओं के बच्चे पढ़ेंगे। सीएम राइज स्कूल के प्राचार्यों को स्कूल विकास के नेतृत्व, अनुकरणीय शिक्षण अधिगम प्रक्रियाओं के नेतृत्व, शिक्षकों के विकास और सशक्तिकरण, समुदाय से जुड़ाव और प्रशासनिक प्रक्रियाओं तथा संसाधनों के प्रबंधन की दृष्टि से दक्ष बनाया जाएगा। प्राचार्य प्रशिक्षण नवम्बर माह से प्रारंभ होगा। इसके बाद राजधानी में इनका राज्य स्तरीय ओरिएंटेशन और भारतीय प्रबंध संस्थान में प्रशिक्षण भी होगा। यही नहीं इन प्राचार्यों को अन्य राज्य के स्कूलों का भ्रमण भी करवाया जाएगा।
प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य पल्लवी जैन गोविल ने जनजातीय क्षेत्रों में भी सीएम राइज स्कूल खोले जाने के संबंध में प्रचलित कार्यवाही की जानकारी दी। बैठक में जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, जनजातीय कार्य आयुक्त संजीव सिंह, उप सचिव स्कूल शिक्षा अनुभा श्रीवास्तव, राज्य शिक्षा केन्द्र संचालक धनराजू एस. और लोक शिक्षण संचालक डी.एस. कुशवाह उपस्थित थे। (एजेंसी, हि.स.)
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