नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो अफगान नागरिकों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से 312.5 किलोग्राम (3 क्विंटल) मेथमफेटामाइन और 10 किलो हेरोइन के जब्त की है. इस ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1200 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, इन दोनों अफगान नागरिकों की पहचान मुस्तफा और रहिमुल्लाह के रूप में हुई, जो नारको टेरर सिंडिकेट के तहत बड़े लेवल पर ड्रग्स सप्लाय करते थे. शुरुआत में इनके पास से कम मात्रा में ड्रग्स बरामद की गई थी, लेकिन बाद में पूछताछ करने पर उनके पास ड्रग्स का इतना बड़ा जखीरा पाया गया. दिल्ली के इतिहास में पकड़ी गई मेथमफेटामाइन और हेरोइन की यह सबसे बड़ी खेप है.
पुलिस के मुताबिक, ड्रग्स की इस खेप को चेन्नई, लखनऊ और उसके बाद दिल्ली में भेजा गया था. इन बड़े नार्को टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने वालों सीपी ललित मोहन नेगी, एसीपी हृदयभूषन, इंस्पेक्टर विनोद बडोला, इंस्पेक्टर सुंदर गौतम और यशपाल भाटी शामिल हैं.
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस पूरे अंतरराष्ट्रीय नार्को टेरर मॉड्यूल की जानकारी देते हुए बताया कि मुस्तफा और रहिमुल्लाह को 3 सितंबर को पकड़ा गया. ये दोनों वर्ष 2016 से इंडिया में है और लगातार अपना रिफ्यूजी वीजा बढ़वाते रहे हैं. मुस्तफा काबुल और रहिमुल्लाह कंधार का रहने वाला है.
उन्होंने बताया कि 3 सितम्बर को कालिंदी कुंज के पास जब इन्हें पकड़ा गया, तब इनकी गाड़ी से लगभग 2.5 किलो ड्रग्स पकड़ी गई. इनसे पूछताछ के बाद नोएडा से मेथपमेटाफीन पकड़ी गई. वहीं लखनऊ में भी रेड की गई जहां से 606 बैग रिकवर किए. इन बैग्स का नार्को टेस्ट किया जाएगा.
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