भोपाल। भाजपा ने 51 फीसदी वोट के साथ 200 से अधिक सीट जीतने का जो लक्ष्य तय किए है उसके लिए पार्टी अब बूथवार मतदाताओं का मूड जानेंगी। इसके लिए पार्टी सभी 64 हजार एक सौ बूथों पर 3,20,500 वालंटियर तैनात करेगी। यानी हर बूथ पर 5 लोगों की टीम तैनात होगी। ये वालंटियर मतदाताओं के मूड का आकलन कर पार्टी को रिपोर्ट देंगे जिसके आधार पर रणनीति बनाकर जीत की राह को आसान किया जाएगा। वहीं चुनाव के मद्देनजर अब भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी की बैठक भी हर महीने करने का तय किया गया है। बैठक की रिपोर्ट केन्द्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी। यह निर्णय केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर लिया गया है। कोर कमेटी में सीएम, संगठन के बड़े नेता और अधिकांश केन्द्रीय मंत्री शामिल हैं।
दरअसल, मप्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात मॉडल पर काम करना शुरू कर दिया है। संगठन ने राज्य के वोटर्स तक अपनी बात सही तरीके से पहुंचाने के लिए अर्ध पन्ना प्रमुख बनाने पर काम करना शुरू कर दिया है। इससे पहले तक पार्टी पन्ना प्रमुख बनाती थी। वहीं विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले ही प्रदेश में अपने चुनाव अभियान की शुरूआत कर चुकी भाजपा हर बूथ पर पांच-पांच लोगों की टीम तैनात करने जा रही है। संगठन कार्य के अनुभवी लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा। यह टीम बूथ में रहकर मतदाताओं से चर्चा करेगी और उनका मूड भांपेगी। इसके आधार पर ही विधानसभा क्षेत्र की चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के मुताबिक चुनावों को देखते हुए भाजपा संगठन मैदान स्तर पर पूरी तैयारियों के साथ जुटा हुआ है। बूथ सशक्तिकरण, बूथ समिति और पन्ना प्रमुख हमारी मूल ताकत हैं। हर बूथ पर भाजपा का वोट शेयर 51 फीसदी करने का अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान के चलते अभी तक 19 लाख से ज्यादा लोगों को संगठन एप से जोडऩे की तैयारी है। पांच लाख से ज्यादा लोग इसमें जुड़ चुके है। सीएम, मंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री तक बूथों पर पहुंच रहे हैं।
हर बूथ पर पांच लोगों की टीम
गौरतलब है की भाजपा इन दिनों पूरे प्रदेश में बूथ विस्तारक अभियान-2 चला रही है। पहले इस अभियान को 24 मार्च तक पूरा होना था। इसे केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर अब 31 मार्च तक बढ़ा दिया गया है। इस अभियान के अंतर्गत भाजपा सभी 64 हजार एक सौ से बूथों को डिजिटलाइज कर चुकी है और पन्ना प्रभारियों और पन्ना समितियों का काम चल रहा है। पार्टी की इस बार एक-एक बूथ पर नजर है। इसलिए विधानसभा चुनाव से छह महीने पहले ही प्रदेश में अपने चुनाव अभियान की शुरूआत कर चुकी भाजपा हर बूथ पर पांच-पांच लोगों की टीम तैनात करने जा रही है। संगठन कार्य के अनुभवी लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा। यह टीम बूथ में रहकर मतदाताओं से चर्चा करेगी और उनका मूड भांपेगी। इसके आधार पर ही विधानसभा क्षेत्र की चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी। उसका सबसे अधिक फोकस हितग्राहियों को जोडऩे पर है। इसके लिए हर बूथ में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं के हितग्राहियों की सूची तैयार कर ली गई है। अब इनसे सम्पर्क का काम चल रहा है। पार्टी का मानना है कि हितग्राहियों के वोट अगर उसे पूरे मिल जाते हैं तो उसका 51 फीसदी वोट शेर का लक्ष्य पूरा हो सकता है। बूथ विस्तारक अभियान के तहत पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, सीएम शिवराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा लगातार विभिन्न अंचलों मे जाकर बैठकें कर रहे हैं। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्रियों और अन्य पदाधिकारियों को भी इसमें लगाया गया है।
कमियों का किया जाएगा आकलन
सूत्रों की माने तो बूथ विस्तारक अभियान के प्रवास के दौरान आला नेताओं को कई स्थानों पर हालात अनुकूल न होने की जानकारी मिली थी। इसके लिए तय किया गया है। कि पांच अनुभवी कार्यकर्ताओं की टीम को बूथ पर भेजा जाएगा। यह टीम बूथ पर समान विचारधारा वाले और आम लोगों से चर्चा कर वोटर का मूड भांपने का काम करेगी। कमी कहां है और उसे कैसे ठीक किया जा सकता है। इसे लेकर अपनी रिपोर्ट संगठन को देगी। इस रिपोर्ट के आधार पर संबंधित विधानसभा के लिए चुनावी रणनीति तय की जाएगी। इसमें उन सीटों पर भाजपा का ज्यादा फोकस है जहां उसे 2018 में हार मिली थी। पार्टी ने एक साल पहले इन सीटों पर प्रभारी तय किए थे। अब इनकी रिपोर्ट के आधार पर वहां काम शुरू किया जाना है।
हर पन्ने पर एक वालंटियर
वहीं विधानसभा और लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने पूरी वोटर लिस्ट के हर पन्ने पर एक वालंटियर तैनात करने काम शुररू कर दिया है। हर पन्ने पर दर्ज 30 लोगों में से ही किसी एक समर्थक में से ही किसी एक व्यक्ति को बतौर वालंटियर नियुक्त किया जाएगा। इस वालंटियर पर बाकी 29 लोगों को पार्टी के पक्ष में वोट करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पार्टी ने इसके लिए बाकायदा एक ऑनलाइन अभियान भी शुरू किया है। भाजपा के एक नेता के मुताबिक अर्ध पन्ना प्रमुख होने से ज्यादा लोगों को यह जिम्मेदारी मिलेगी। जिम्मेदारी मिलने पर कार्यकर्ता चुनाव को लेकर ज्यादा गंभीर भी होंगे। अर्ध पन्ना प्रमुख के अलावा भाजपा पन्ना समिति भी बना रही है। हर समिति में 5 से 7 लोग होंगे। वरिष्ठ नेता का कहना है कि भाजपा ने इन पन्ना प्रमुखों की वजह से ही प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी घर-घर पहुंची है। गुजरात में सफलता मिलने के बाद इस मॉडल पर मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में काम किया जा रहा है। यही वजह है कि इस मॉडल को अपनाते हुए भाजपा प्रदेश के सभी 64 हजार 100 बूथों पर अपने समर्थक, सहयोगी, शुभचिंतकों और कार्यकर्ताओं को तैनात करने में जुटी हुई है। भाजपा ने अपने संगठन ऐप में इन सभी वालंटियर्स का पूरी जानकारी जिसमें नाम, पता, उम्र, शिक्षा, फोटो और उनका मोबाइल नंबर फीड करने का काम कर रही है। गांव, जिले से लेकर भोपाल और दिल्ली के पदाधिकारी एक क्लिक पर किसी भी गांव के पन्ना प्रमुख की जानकारी निकाल सकेंगे। इसके अलावा उससे संपर्क कर सकेंगे। पार्टी की योजना उनसे समय-समय पर संवाद और संपर्क करने भी है। इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संदेश के अलावा चुनाव के संदर्भ में अन्य सामग्री भी भेजी जाएगी। भाजपा इस तरह के मॉडल का उपयोग पहले गुजरात में कर चुकी है। वहां मिली सफलता के बाद संगठन इसे मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में लागू करने का निर्णय लिया है।
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