भोपाल। प्रदेश सरकार ने होमगार्ड के जवानों को दो माह के लिए कॉल ऑफ यानी ड्यूटी मुक्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके तहत आज से 3000 जवानों को रोटेशन के तहत ड्यूटी मुक्त किया गया है। इससे जवानों में रोष है। सरकार के इस कदम से होमगार्ड के जवानों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में पदस्थ होमगार्ड के करीब 14 हजार जवानों को दो माह के लिए रोटेशन के तहत कॉल ऑफ यानी ड्यूटी मुक्त करने के आदेश जारी किए हैं। इस दौरान जवानों को वेतन भी नहीं दिया जाएगा। इससे जवानों पर आर्थिक संकट आ गया है।
कोरोना में भी किया काम
जवान कोरोना संक्रमण काल में पुलिस व प्रशासन के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। कई जवानों ने लॉकडाउन के दौरान लगातार कंटेनमेंट क्षेत्रों में लंबी ड्यूटी की है।
आदेश के विरुद्ध गये तो होगी कार्रवाई
होमगार्ड डीजी ने आदेश जारी कर चेताया है कि यदि कोई होमगार्ड सैनिक आदेश के विरुद्ध जाता है तो उसके विरुद्ध नामांकन निरस्त करन ेऔर भविष्य में होने वाली पुलिस विभाग में आचरण भर्ती व अन्य भर्तियों के लिए सैनिक को दिये जाने वाले आरक्षण से वंचित किया जायेगा। सेवानिवृत्त पर दी जाने वाली संचित निधि से वंचित किया जायेगा और सैनिक से होमगार्ड आरक्षक व अन्य स्थायी पदों पर नियुक्ति से वंचित किया जायेगा।
मंत्री अफसरों की सेवा में तैनात सैनिक रहेंगे यथावत
मंत्री और अफसरों की सेवा में तैनात होम गार्ड सैनिकों को यथावत रखा गया है। उनकी सेवा में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जायेगी, लेकिन तीन हजार ऐसे सैनिक हैं जिन्हें कोरोना काल में घर बैठा दिया जायेगा और वेतन भी नहीं दिया जायेगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved