भोपाल। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने भोपाल के जम्बूरी मैदान में वन समितियों के सम्मेलन को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने 827 वन ग्रामों को राजस्व ग्राम के अधिकार देने की शुरुआत की। शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने आदिवासियों को जंगल का मालिक बनाया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए 250 रुपये प्रति 100 गड्डी के बजाय 300 रुपये प्रति 100 गड्डी दिए जाने की घोषणा भी की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कार्यक्रम में वन समितियों के लाभांश में वृद्धि के साथ तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभांश का वितरण किया। साथ ही वन ग्रामों को राजस्व ग्राम में तब्दील करने की शुरुआत की। इससे वन ग्रामों को सरकार की योजनाओं और विकास का लाभ मिल सकेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 26 जिलों में स्थित 827 से ज्यादा वन ग्रामों के राजस्व ग्राम बनने से जमीनों के खाते बन सकेंगे, व्यवस्थित अभिलेख होगा। इसके साथ ही वन ग्रामों को अन्य ग्रामों की तरह नहीं मिलने वाले लाभ भी अब मिलने लगेंगे।
पेसा एक्ट बदलने की प्रक्रिया शुरू
शिवराज ने कहा कि हमने तय किया था पेसा एक्ट मध्य प्रदेश में लागू किया जाएगा। आज मुझे बताते हुए खुशी है कि आदिवासी भाई-बहनों की जिंदगी बदलने के लिए पेसा एक्ट लागू करने की प्रक्रिया मध्य प्रदेश में प्रारंभ हो गई है। सामुदायिक वन प्रबंधन का अधिकार दिया है। आपने प्रदेश में घने जंगल बढ़ाने का काम किया है। यह जल, जमीन, जंगल आपके है। अंग्रेजों ने ऐसे काले कानून बना दिए थे कि घुस नहीं सकते। पत्ता नहीं तोड़ सकते। जिंदगी दूभर कर दी थी। सामुदायिक वन प्रबंधन का अधिकार एक क्रांतिकारी कदम है। अब जंगल आप ही बचाएंगे। इसे बदलने की प्रक्रिया भी ग्रामसभा तय करेगी। मध्य प्रदेश ने अपने वनवासी भाइयों को जंगल सौपने का तय किया है। वन विभाग सिर्फ सहयोग करेगा।
छेड़ेंगे नहीं, छेड़ा तो छोड़ेंगे नहीं
इससे पहले शिवराज ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाने पर कितनी बाते कही जाती थी। यह हट गई तो आग लग जाएगी। एक झटके में धारा 370 खत्म करने वाले हमारे नेता आए हैं। अरे खून तो दूर पत्ता भी नहीं हिला। अमित शाह का साफ कहना है कि हम अपनी तरफ से छेड़ेंगे नहीं, लेकिन कोई देश की तरफ अंगुली उठाएगा तो छोड़ेंगे नहीं। आज देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सभी दिशाओं में विकास कर रहा है।
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