भोपाल। मध्यप्रदेश में राशन दुकानों पर गरीबों को एक रुपए किलो अनाज तो मिल ही रहा है, लेकिन अब प्रदेश की जनता को खुले बाजार में भी सस्ता गेहूं का आटा मिलेगा। आटे की कीमत 3 रुपए प्रतिकिलो होगी, जो मुख्यमंत्री शक्ति पौष्टिक आहार के रूप में वितरित किया जाएगा। यह आटा पूरी तरह प्रोटीनयुक्त होगा। प्रारंभिक चरण में इन्दौर, भोपाल सहित 17 जिलों में आटे की बिक्री को मंजूरी दी गई है। इसके बाद इसका दायरा बढ़ाकर अन्य जिलों में भी किया जाएगा। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश सहित पूरे देश में लगातार आटे की कीमत में भारी वृद्धि हो रही है। पैकेटबंद गेहूं का आटा 150 से 180 रुपए प्रति 5 किलो मिल रहा है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सस्ते आटे की बिक्री की यह पहल प्रदेश के लाखों लोगों को एक सौगात की तरह है।
सितंबर के बाद भी मुफ्त राशन
कोरोना काल में गरीबों के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई मुफ्त अनाज योजना की मियाद 30 सितंबर थी, जिसे सरकार अब आगे बढ़ा सकती है। इसे लेकर शीघ्र ही फैसला लिया जाएगा। सरकार के इस फैसले से देश की 80 करोड़ जनता लाभान्वित होगी।
खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा कि योजना की अवधि आगे बढ़ाने पर फैसला सरकार को करना है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इस संबंध में फैसला कब लिया जाएगा। मार्च 2020 में शुरू हुई इस योजना की अवधि कई बार बढ़ाई जा चुकी है। योजना के तहत हर माह प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम मुफ्त अनाज दिया जाता है। इससे गरीब परिवारों को कोरोना में लागू लॉकडाउन में मदद मिली थी। यह एनएफएसए के तहत सामान्य आवंटन से अधिक है। इसके पहले सरकार ने 26 मार्च को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को और छह महीने, यानी 30 सितंबर 2022 तक के लिए बढ़ाया था। मार्च तक इस योजना पर करीब 2.60 लाख करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। सितंबर 2022 तक और 80,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस तरह पीएमजीकेएवाई के तहत कुल खर्च करीब 3.40 लाख करोड़ रुपए पहुंच जाएगा। सरकार इसके अलावा 100 लाख टन चीनी निर्यात करने का भी ऐलान कर सकती है।
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