इंदौर: इंदौर (Indore) की लसूडिया पुलिस (Lasudiya Police) ने ऐसे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो लॉरेंस बिश्नोई गैंग (lawrence bishnoi gang) से जुड़े हैं. यह आरोपी लसूडिया क्षेत्र के बायपास पर एक थार गाड़ी से घूम रहे थे और एक शराब के ट्रक को हाईजैक करना चाह रहे थे, लेकिन उसके पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए. डीसीपी अभिनय विश्वकर्मा (DCP Abhinay Vishwakarma) ने बताया कि देर रात सूचना प्राप्त हुई थी कि एक काले रंग की थार गाड़ी में तीन अपराधी किसी शराब ट्रक को हाईजैक करने इरादे से बायपास पर घूम रहे हैं. सभी आरोपी अपराधी हैं और उनके पास हथियार भी हैं.
सूचना के बाद टीम बनाई गई और आवश्यक तैयारी के साथ पुलिस बदमाशों के पीछे लगी. बताए गए थार गाड़ी नंबर के आधार पर गाड़ी को रोका, जिसमें तीन आरोपी बैठे हुए थे. बता दें कि पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या, मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या और एक्टर सलमान खान को जान से मारने की धमकी देकर सुर्खियों में आए लॉरेंस बिश्नोई का बड़ा नेटवर्क बताया जाता है. कहा जाता है कि गैंगस्टर का नेटवर्क भारत के साथ-साथ विदेशों तक है. कई राज्यों में उसके गुर्गे सक्रिय हैं.
पुलिस ने बदमाशों से उनका नाम पता पूछा गया तो उसने अपना नाम भूपेंद्र सिंह पिता ज्ञान सिंह रावत निवासी ब्यावर जिला राजस्थान, आदेश पिता जगदीश चौधरी निवासी अजमेर राजस्थान और दीपक पिता सोहन सिंह रावत निवासी अजमेर राजस्थान होना बताया. जब उनकी अलग-अलग तलाशी ली गई तो उनके पास देशी पिस्तौल भी बरामद हुई, जिसमें कुल 6 जिंदा राउंड भी थे.
पुलिस ने जब और भी पूछताछ की गई तो इन्होंने बताया कि वे एक शराब के ट्रक को हाईजैक करने के लिए घूम रहे थे. उसमें मुख्य आरोपी भूपेंद्र रावत बिहार का इनामी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का गुर्गा निकला. तीनों आरोपीयों पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि यह हवाला के जरिए पैसा विदेश में भी ट्रांसफर करते थे. एक अन्य आरोपी आदेश चौधरी इन आरोपियों को चोरी की गाड़ी उपलब्ध कराता था. भूपेंद्र फरीदकोट में जब जेल में बंद था तो इसका साथ लॉरेंस बिश्नोई भी था. वहां से इनकी पहचान हुई थी. फिलहाल पुलिस अब इनसे पूछताछ करने में जुटी हुई है.
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