केन्द्रों की संख्या बढ़ाने की मांग, वरना चार माह लग जाएंगे पहले चरण के वैक्सीनेशन में ही
इन्दौर। शनिवार को होने वाला वैक्सीनेशन अब टाल दिया गया है। वहीं इंदौर में 5 केन्द्रों पर ही कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है, जिसकी संख्या बढ़ाने की मांग स्वास्थ्य विभाग के अलावा निजी क्षेत्र के चिकित्सकों ने भी की है। दरअसल इंदौर में चिन्हित किए गए कोरोना वॉरियर्स की संख्या 26760 है, जिनके लिए पर्याप्त वैक्सीन भी उपलब्ध हैं, क्योंकि कल वैक्सीन की दूसरी खेप भी इंदौर को मिल गई, लेकिन वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है। अगर यही स्थिति रही तो तीन से चार महीने का समय पहले चरण के वैक्सीनेशन में ही लग जाएगा, जबकि दूसरे चरण का वैक्सीनेशन 13 फरवरी से शुरू किया जाना है, क्योंकि 28 दिन बाद वैक्सीन का दूसरा बूस्टर डोज देना पड़ेगा। लिहाजा संभव है कि केन्द्रों की संख्या शासन निर्देश पर बढ़ा दी जाए। कल सभी 500 कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन दे दिए गए।
इंदौर सहित प्रदेश में वैक्सीन के कई डोज बर्बाद हुए, जिसका खुलासा अग्निबाण ने भी किया था। इंदौर में 40, तो प्रदेश में एक हजार डोज बर्बाद हुए, क्योंकि एक वैक्सीन वॉयल से 10 लोगों को डोज दिया जाता है, लेकिन वॉयल खोलने के 6 घंटे के भीतर ही डोज देना अनिवार्य है, वरना वह खराब हो जाता है। एक केन्द्र पर एक दिन में 100 लोगों को ही वैक्सीन लगाए जा रहे हैं, जिसके चलते कई केन्द्रों पर पूरी संख्या में कोरोना वॉरियर्स नहीं पहुंचे। नतीजतन खुली वॉयल के डोज बर्बाद हो गए। कल हालांकि इसमें परिवर्तन किया गया और 100 लोगों के अलावा अन्य लोगों को भी मैसेज किए थे, जिसके परिणाम स्वरूप सभी 500 कोरोना वॉरियर्स को कल वैक्सीन लग गई। वहीं दूसरी खेप में 1 लाख 40 हजार डोज कल इंदौर एयरपोर्ट पहुंचे, जिसे इंदौर-उज्जैन संभाग के सभी जिलों में भिजवा भी दिया गया। इंदौर को 27 हजार डोज और कल मिल गए हैं, जिसके चलते अब सभी चिन्हित किए गए स्वास्थ्य कार्यकर्ता, जिनकी संख्या 26760 है, जिन्हें पहले चरण में वैक्सीन लगाए जा रहे हैं, उनके लिए पर्याप्त डोज उपलब्ध हैं, मगर वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है, क्योंकि हफ्ते में चार दिन ही वैक्सीनेशन किया जा रहा है, उसमें भी अभी शनिवार को होने वाला वैक्सीनेशन रद्द कर दिया है, जिसके चलते सभी पहले चरण के कोरोना वॉरियर्स को इस रफ्तार से अगर वैक्सीन लगाए गए, तो तीन से चार महीने का समय लग जाएगा, जबकि दूसरे और तीसरे चरण का भी वैक्सीनेशन प्रोग्राम देशभर में शुरू होना है, क्योंकि अभी जितने लोगों को वैक्सीन लगाए गए उसके परिणाम अच्छे रहे हैं और कहीं भी अधिक दुष्प्रभाव की शिकायतें नहीं आ रही है। लिहाजा केन्द्रों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है।
अभी इंदौर में ईएसआईसी, अरबिन्दो के अलावा एमवाय अस्पताल, अपोलो, राजश्री और बॉम्बे हॉस्पिटल में ही वैक्सीनेशन का कार्यक्रम चल रहा है। कल सभी 500 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने टीके लगवा लिए, जो कि शत-प्रतिशत उपलब्धि रही, जबकि संभाग के जिलों में यह स्थिति नहीं रही। अलीराजपुर में 300 के विरूद्ध 185, बड़वाने में 100 के विरूद्ध 60, धार में 300 की जगह 271, खंडवा में भी 300 की जगह 189, झाबुआ में 377 की जगह 178 और खरगोन में 100 की जगह 78 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने ही कल वैक्सीन लगवाए। जबकि वैक्सीन की दूसरी खेप भी कल इंदौर एयरपोर्ट पहुंच गई, जिसे इंदौर सहित सभी जिलों में तुरंत भिजवा भी दिया गया। अब इंदौर के सभी पहले चरण के चिन्हित किए गए कोरोना वॉरियर्स के लिए वैक्सीन तो उपलब्ध है, मगर लगाए जाने की रफ्तार बढाई जाना पड़ेगी, क्योंकि इन्हीं लोगों को दूसरा बोस्टर डोज 28 दिन बाद दिया जाना है।
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