भोपाल। राजधानी में पिछले साल मूर्ती विसर्जन के दौरान नाव डूबने से दुखद हादसा हो गया था। इस दौरान नौ युवको की जान चली गई थी। जिसे देखते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारी विसर्जन घाटों की सुरक्षा व अन्य प्रकार की व्यवस्थाओं को पहले से अधिक चाक-चौबंध रखना चाहते हैं। इसके लिए शहर भर के सभी दस विसर्जन घाटों में 2600 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। तमाम विसर्जन घाटों की सीधी मानिट्रिंग का जिम्मा भोपाल कलेक्टर अविनाश लावन्या ,डीआईजी इरशाद वली और नगर निगम के कमिशनर केवीएस चौधरी ने लिया है। यह तिकड़ी पिछले सात दिनों से लगातार विसर्जन घाटों तथा अन्य वयवस्थाओं का निरिक्षण कर उचित आदेश और निर्देश दे रही है। जानकारी के अनुसार प्रेमपुरा, रानी कमलापति और खटलापुरा विसर्जन घाट में सर्वसुविधायुक्त कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। गोताखोर, नाव, रस्से, इमरजेंसी लाइट्स, हाइड्रोलिक प्लेटफ ार्म, लाइफ जेकेट्स आदि सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं चाक-चाबंद की जा चुकी हैं। कोविड-19 संबंधी गाइड लाइन का पालन कराने के भी इन घाटों में इंतेजाम किए गए हैं। कलेक्टर ने विसर्जंन घाटों एवं पहुंच मार्गोंं की बेहतर साफ-सफ ाई रखने, पर्यांप्त प्रकाश व्यवस्था रखने और सुरक्षात्मक प्रबंध सहित सभी व्यवस्थाएं बेहतर ढंग से सुनिश्चित करने के भी निर्देश बीती रात व्यवस्थाओं में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए।
प्रेमपुरा में दो हाईड्रोलिक प्लेटफ ार्म और तीन क्रेन से होगा विसर्जन
मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन धार्मिक परम्परा अनुसार सुरक्षात्मक रूप से कराए जाने के दृष्टिगत प्रेमपुरा विसर्जन स्थल पर 02 हाईड्रालिक प्लेटफ ार्म स्थापित किए गए है और 03 क्रेन की व्यवस्था भी पर्याप्त दूरी पर की गई है। कलेक्टर को यह भी अवगत कराया गया कि प्रेमुपरा, रानी कमलापति और खटलापुरा विसर्जन स्थलों सहित बैरागढ़ एवं हताइखेडा विसर्जन स्थलों पर क्रेन, बैरीकेट्स की व्यवस्था, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के लिए फ ॉयर फ ाइटर, गोताखोर नाव, माइक, टेन्ट आदि की व्यवस्था की जाएगी तथा एक कन्ट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं, जिसमें जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम के अधिकारी एवं कर्मचारी उपलब्ध हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved