नई दिल्ली: इजरायल हमास के बीच जारी युद्ध के दौरान एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. ब्रिटेन स्थित चैरिटी ऑक्सफैम ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसके मुताबिक हाल के इतिहास में हुए युद्ध में सबसे ज्यादा मौतें गाजा में हुई है.
पिछले तीन महीनों से इजरायल लगातार गाजा पर हमला कर रहा, जिसकी वजह से वहां अब तक 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार (11 जनवरी) को ब्रिटेन स्थित चैरिटी ऑक्सफैम ने एक रिपोर्ट जारी कर जानकारी दी कि 21वीं शताब्दी के दौरान हुए युद्ध में हर रोज मरने वालों की संख्या गाजा में सबसे ज्यादा दर्ज की गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली सेना हर रोज औसतन 250 फिलिस्तीनियों को मौत के घाट उतार रही है. ये आंकड़े 21 वीं शताब्दी में हुए सारे युद्धों में सबसे ज्यादा है. मरने वालों के आंकड़ों की तुलना की जाए तो सीरिया में हर रोज 97 लोगों की मौत होती थी, सूडान में 52, इराक में 51, यूक्रेन में 24, अफगानिस्तान और यमन में 16 के करीब थी.
ब्रिटेन स्थित चैरिटी ऑक्सफैम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि युद्ध के दौरान फिलिस्तीनियों की स्थिति खाने की कमी के वजह से और बदतर हो गई है. इजरायल की वजह से उन्हें मानवीय सहायता मिलने में देरी हो रही है, जिसके वजह से गाजा पट्टी में भुखमरी की हालत हो गई है.लोगों को कड़ाके की ठंड में सोने में परेशानी हो रही है. इस तरह से जहां एक तरफ गाजा के लोग इजरायली हमले में मारे जा रहे है, वहीं दूसरी तरफ वे लोग खाने और रहने की कमी की वजह से शारीरिक रूप से कमजोर होते जा रहे हैं.
गुरुवार को ही संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित अधिकार समूह ह्यूमन राइट्स वॉच (एचआरडब्ल्यू) ने अपनी विश्व रिपोर्ट 2024 जारी की. रिपोर्ट की मुताबिक गाजा के नागरिकों को पिछले एक साल में इजरायल और फिलिस्तीन के हालिया इतिहास में अभूतपूर्व पैमाने पर टारगेट कर मार दिया गया है.
बीते 7 अक्टूबर को शुरू हुए युद्ध के बाद से गाजा पट्टी में मरने वालों की संख्या 24 हजार के करीब पहुंच गई है. इसके अलावा घायलों की संख्या 60 हजार के करीब है. बीते 24 घंटे में गाजा पट्टी में अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 194 लोग बुरी तरह से घायल हो चुके हैं. इसके अलावा 7000 लोग मलबों की ढेर में दबे हुए हैं या फिर लापता हैं.
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