भोपाल। भोज ताल में पाई जाने वाली स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की संख्या में इस साल 43 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है। भोज वेटलैंड विंटर बर्ड काउंट 2022-23 में 155 प्रजातियां पाई गई हैं। इसके साथ ही पक्षियों की संख्या 30 हजार के आसपास है, जबकि 2021-22 की गणना में 208 प्रजातियों की 53325 बड्र्स पाई गईं थीं। इस प्रकार पक्षियों की संख्या में करीब 25 हजार की कमी आ गई है। खास बात है स्थानीय और प्रवासी दोनों तरह की पक्षियों की संख्या में गिरावट आयी है। स्थानीय पक्षियों की घटती संख्या का मुख्य कारण शहर के आस-पास बढ़ा पिंजरा पालन है।
आवास में कमी
भोपाल बड्र्स कंजर्वेशन सोसायटी के मोहम्मद खालिक के मुताबिक इस बार मुख्य रूप से अलेक्सेंड्रिन पैराकीट, येलो फुटेड ग्रीन पिजन बेहद कम संख्या में मिले हैं। ये शहर के आस-पास पहाड़ी इलाकों में रहते हैं। स्थानीय लोग इन्हें पिंजरे में कैद कर पाल रहे हैं। आवास कम होने के कारण भी रेजिडेंशियल पक्षियों की संख्या गिरी है।
दो दुर्लभ प्रजातियां पहली बार आईं भोपाल
गणना के दौरान दुर्लभ पक्षी फायर कैप्ड टिट को चिन्हित किया। यह 10 सेमी के आकार का पक्षी ठंडी में हिमालय के निचले क्षेत्रों में आता है। यह 1800 मीटर से 2600 मीटर की ऊंचाई पर घोंसले बनाते हैं। राजस्थान-हरियाणा में पाए जाने वाला इंडियन थिक नी भी पहली बार यहां देखा। यह रात्रिचर पक्षी है।
नौ राज्यों के 210 प्रतिभागियों ने लिया भाग
भोपाल बड्र्स द्वारा मध्य प्रदेश राज्य वेटलैंड अथॉरिटी, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान एवं वीएनएस नेचर सेवियर्स ने मिलकर चौथे भोज वेटलैंड विंटर बर्ड काउंट 2022-23 किया। दिसंबर से अब तक 9 राज्यों के 210 प्रतिभागियों ने वॉलंटियर रूप में भाग लिया।
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