इंदौर। वर्तमान शैक्षणिक सत्र (academic session) शुरू होने के 1 महीने बाद से ही चुनावी तैयारी भी शुरू हो गई थी। सरकारी स्कूल (Government school) के शिक्षकों की ड्यूटी मतदाता सूची तैयार करने की ट्रेनिंग में लगी हुई है जो अभी जारी है। स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वहीं डेढ़ महीने बाद अर्धवार्षिक परीक्षा होना तय है। फिलहाल ऐसा लग रहा है कि अधूरी तैयारी के साथ ही बच्चों को परीक्षा देना होगी।
चुनावी ड्यूटी में ज्यादातर शासकीय शिक्षकों का उपयोग हो रहा है। इंदौर (Indore) जिले में तकरीबन ढाई हजार शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव संबंधी कार्य में लगाई गई है। अगस्त की शुरुआत में ही मतदाता सूची तैयार करने और ट्रेनिंग के साथ चुनावी ड्यूटी की शुरुआत हुई थी, जो आगामी एक से डेढ़ महीने तक और रहेगी। 6 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच नवीन से 12वीं कक्षा की अर्धवार्षिक परीक्षाएं होना हैं। प्रत्येक स्कूल के दो से लगाकर 8 शिक्षक ( संख्या अनुसार) चुनाव ड्यूटी में व्यस्त होने के कारण कक्षा की शैक्षणिक गतिविधियां अवरुद्ध हो रही हैं। छात्रों और अभिभावकों को यह चिंता है कि इस वर्ष कोर्स कैसे कंप्लीट होगा और अर्धवार्षिक परीक्षा भी डेढ़ महीने में होना तय है। प्राचार्यों की मानें तो शैक्षणिक गतिविधियां कक्षाओं में जारी हैं। गणित, विज्ञान और अंग्रेजी की पढ़ाई पूरी करने में कुछ दिक्कतें आ रही हैं, जिन्हें दूर कर लिया जाएगा, जबकि वास्तविकता यह है कि कई स्कूलों में शिक्षकों की पहले से कमी थी। अब चुनावी कार्य में ड्यूटी लगने से छात्रों की कंबाइंड क्लास ज्यादातर स्कूलों में लगाई जा रही है। ऐसे में अर्धवार्षिक परीक्षा के पहले कोर्स पूरा होना मुमकिन नहीं है।
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