इंदौर न्यूज़ (Indore News)

11 जुलाई तक 25 लाख पौधे पहुंच जाएंगे इंदौर

  • पितृ पर्वत से 51 लाख पौधों को रोपने के अभियान की होगी शुरुआत, बिजासन पर 80 हजार से अधिक पौधे 7 जुलाई को लगेंगे, आधा दर्जन से अधिक पहाडिय़ां भी चिन्हित
  • साधु-संत करेंगे महाअभियान का श्रीगणेश तो मुख्यमंत्री की मौजूदगी में होगा मातृ वंदन

इंदौर, राजेश ज्वेल। 51 लाख पौधारोपण के लिए युद्ध स्तर पर पूरे जिले में तैयारी चल रही है। नगरीय विकास और प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसका बीड़ा उठा रखा है और 25 लाख पौधों की व्यवस्था उन्होंने की है। चेन्नई तथा राजमुंदरी से गाडिय़ों में भर-भरकर ये पौधे इंदौर आ रहे हैं और 11 जुलाई तक 25 लाख पौधे पहुंच जाएंगे। इस महाअभियान की शुरुआत साधु-संतों द्वारा 6 जुलाई को पितृ पर्वत पर पूजा-अर्चना के साथ की जाएगी, जिसमें गुरुकुल के बच्चे भी शामिल रहेंगे और 11 हजार से अधिक पौधे श्रीगणेश के साथ रोपे जाएंगे। अगले दिन 7 जुलाई को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में जो आयोजन होगा, उसका नाम मातृ वंदन रखा गया है। बिजासन की पहाड़ी पर 80 हजार से अधिक पौधे उस दिन लगाए जाएंगे, जिसके लिए बीएसएफ के मैदान का चयन किया गया है, वहीं 11 जुलाई को इस अभियान के तहत एक साथ 11 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जिसका विश्व रिकॉर्ड भी कायम होगा। आधा दर्जन से अधिक पहाडिय़ां भी चिन्हित की गई हैं, जहां जिला पंचायत से लेकर अन्य सरकारी विभागों द्वारा ये पौधारोपण किया जाएगा। खुद विजयवर्गीय इस पूरे अभियान पर निगाह बनाए हुए हैं और रोजाना हजारों की संख्या में गड्ढे भी किए जा रहे हैैं। विभागों के साथ-साथ शहर के सभी सामाजिक, धार्मिक और व्यापारिक संगठनों से लेकर रहवासी संघ भी जुटे हैं। शहर की तमाम नर्सरियों में पौधों का अभाव हो गया है, क्योंकि अलग-अलग संस्थाएं इन पौधों को खरीद रही हैं, जिसके चलते आसपास के जिलों से भी पौधे मंगवाना पड़ रहे हैं। कल ही अग्निबाण ने यह भी प्रकाशित किया था कि इस पूरे अभियान पर 150 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च हो रही है, जिसमें से 20 करोड़ रुपए मुख्यमंत्री ने मंजूर किए हैं, वहीं प्राधिकरण, निगम, वन विभाग सहित अन्य भी अपने-अपने स्तर पर लाखों रुपए की राशि खर्च कर रहे हैं।


शासन-प्रशासन 51 लाख पौधारोपण के लिए संकल्पित है और व्यापक तैयारियां शुरू की गई हैं। कल संभागायुक्त दीपक सिंह की अध्यक्षता में कमिश्नर कार्यालय पर हुई बैठक में पौधारोपण की सफलता पर चर्चा हुई। बैठक में भोपाल से पहुंचे अपर मुख्य प्रधान वन संरक्षक पुरुषोत्तम धीमान ने कहा कि यह हर्ष का विषय है कि इन्दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक वृक्ष मां के नाम अभियान को व्यापक स्वरूप देने की पहल की गई है। यहां समग्र रूप से 51 लाख पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है। वन विभाग द्वारा पौधों की आपूर्ति की व्यापक व्यवस्था की जाएगी। संभागायुक्त दीपक सिंह ने बैठक में उपस्थित नगर निगम, जिला पंचायत, इंदौर विकास प्राधिकरण एवं वन विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा कर इस अभियान में व्यापक जनसहभागिता सुनिश्चित करने के लिए कहा। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि नगर निगम द्वारा अभियान में व्यापक पैमाने पर सामाजिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थाओं और व्यापारिक संस्थानों को भी जोड़ा गया है। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि मुख्य रूप से पौधारोपण का कार्य नगर निगम, वन विभाग, इंदौर विकास प्राधिकरण और जिला पंचायत द्वारा किया जाएगा, साथ ही अन्य विभागों को भी लक्ष्य दिए गए हैं। बैठक में नगर निगम की ओर से स्मार्ट सिटी के सीईओ दिव्यांक सिंह ने नगर निगम की तैयारियों से अवगत कराया। जिला पंचायत के सीईओ सिद्धार्थ जैन ने बैठक में बताया कि जिला पंचायत द्वारा तीन लाख पौधे लगाए जाएंगे। मुख्य रूप से जिले के पांच-छह पहाडिय़ां भी पौधारोपण के लिए चिन्हित की गई हैं। इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर. पी. अहिरवार ने बैठक में बताया कि प्राधिकरण द्वारा दो लाख 10 हज़ार पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए एक कि 21 साइट चिन्हांकित कर ली गई है। गड्ढे करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। प्राधिकरण द्वारा पौधा लगाए जाने के बाद डेढ़ साल तक उनकी देख-रेख करने के साथ ही उनकी सुरक्षा एवं खाद्य-पानी देने का प्रबंध भी किया गया है। मुख्य वन संरक्षक एन.के. सनोडिय़ा ने बैठक में बताया कि पौधारोपण के लिए पौधों की आपूर्ति संबंधी तैयारी कर ली गई है। बैठक में संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा कि पौधारोपण के पश्चात नागरिकों द्वारा अपनी फ़ोटो मेरी लाइफ़ पोर्टल में भी अपलोड करने के संबंध में भी जिला प्रशासन लोगों को जानकारी दें। दूसरी तरफ मंत्री विजयवर्गीय रात-दिन इस संकल्प की पूर्ति में जुटे हैं और पौधारोपण से जुड़ी अन्य व्यवस्था का जिम्मा राजेन्द्र राठौर को भी सौंप रखा है।

गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड की टीम भी पहुंची
11 जुलाई को 11 लाख पौधे एक ही दिन में लगाए जाएंगे, जिसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है और गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड की टीम भी आ चुकी है। पूर्व में 9 लाख 56 हजार पौधे एक ही दिन में लगाने का दक्षिण भारत का ही रिकॉर्ड है, जो इंदौर तोड़ेगा। यानी स्वच्छता के साथ-साथ पौधारोपण में भी इंदौर नम्बर वन रहेगा। राठौर के मुताबिक रोजाना गाडिय़ों में ये पौधे तो आ ही रहे हैं, वहीं इंदौर की तमाम नर्सरियों और आसपास के जिलों से भी पौधे की व्यवस्था कराई गई है। दूसरी तरफ वन विभाग की पौधों की आपूर्ति कर रहा है। जिला पंचायत द्वारा भी 3 लाख पौधे लगाए जाएंगे, जिसके लिए आधा दर्जन पहाडिय़ां चिन्हित की गई हैं, वहीं नगर निगम 11 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च कर रहा है, तो इंदौर विकास प्राधिकरण भी 2 लाख 20 हजार पौधे लगा रखा है, जिसके लिए 21 स्थान चिन्हित किए हैं। उसकी पुरानी योजनाओं से लेकर नई टीपीएस योजनाओं में ये पौधारोपण किया जाएगा। 18 से अधिक टेंडर प्राधिकरण जारी कर चुका है और 6 करोड़ रुपए से अधिक की राशि सीईओ आरपी अहिरवार के मुताबिक खर्च की जाएगी, वहीं प्राधिकरण जितने भी पौधे लगवा रहा है, उनका 18 महीने तक रख-रखाव भी संबंधित एजेंसी के जरिए करवाया जाएगा।

दक्षिण से गाडिय़ों में रोजाना आ रहे हैं पौधे
दक्षिण से आ रही गाडिय़ों में ये पौधे भरकर आ रहे हैं। अभी तक 3 लाख से अधिक पौधे 40 से अधिक गाडिय़ों में आ चुके हैं और 11 जुलाई तक सभी 25 लाख पौधे, जिनकी व्यवस्था मंत्री विजयवर्गीय ने करवाई है, वे इंदौर पहुंच जाएंगे। इस पौधारोपण महाअभियान का श्रीगणेश साधु-संतों के हाथों होगा। 6 जुलाई को पितृ पर्वत पर कनकेश्वरी देवी, उत्तम स्वामी सहित अन्य प्रमुख संत मौजूद रहेंगे और गुरुकुल के बच्चे भी होंगे। पूजन-हवन के साथ 11 हजार से अधिक पौधे पितृ पर्वत पर लगाकर इस 51 लाख पौधारोपण के संकल्प की शुरुआत की जाएगी। उसके पश्चात 7 जुलाई को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मातृ वंदन आयोजन बिजासन पर किया गया है। यहां बीएसएफ के मैदान पर 80 हजार से अधिक पौधे लगाए जाएंगे। उसके बाद रोजाना यह आयोजन होगा, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष से लेकर कई केन्द्रीय मंत्री और राज्य के मंत्रियों तथा पदाधिकारियों की मौजूदगी रहेगी।

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