इंदौर। 200 साल अंग्रेजों की गुलामी के बाद भारत आज आधी रात को आजाद हुआ था, लेकिन उस समय जो त्रासदी लोगों ने भोगी, उसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता है। इसी को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी दीनदयाल भवन में 24 चित्रों की प्रदर्शनी लगाकर उस दौर की घटनाओं को याद करेगी। पूरे देश के हर जिले में आज विभाजन विभीषिका दिवस मनाया जा रहा है। इस दौरान सभी स्थानों पर प्रदर्शनी और संगोष्ठी के आयोजन किए जा रहे हैं, ताकि इस पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी को बताया जा सके कि ये आजादी इतनी सस्ती नहीं है।
इंदौर में आज शाम कृष्णमुरारी मोघे इस विषय पर व्याख्यान देंगे तो पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा को धार भेजा गया है। इसी तरह पूरे प्रदेश में वरिष्ठ नेताओं को हर जिले में व्याख्यान के लिए भेजा जा रहा है। इसी के साथ 24 चित्रों की एक प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। हर घर तिरंगा अभियान के प्रभारी दिलीप शर्मा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में उस समय के अखबारों की कतरनें, फोटो और अन्य फोटो रखे गए हैं। ये सभी भोपाल कार्यालय से भेजे गए हैं। इन चित्रों में उस दिन हुए कत्लेआम, लोग किस तरह से इधर से उधर गए और उधर से आए, आम लोगों का क्या हाल था, शाामिल हैं। दरअसल इसके पीछे आम लोगों को यह बताने का उद्देश्य हैकि आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है। इस दौरान भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे।
सिंधी समाज ने विभाजन दिवस पर जलाए 780 दीप
भारत विभाजन के 78 साल पूरे होने की स्मृति में कल सिंध स्मृति दिवस और विभाजन विभषिका दिवस मनाया। भारतीय सिंधू सभा द्वारा जय जगत कालोनी मे सिंध से हिन्द पर व्याख्यान हुआ। एवं सिंधी समाज के वरिष्इों के साथ-साथ मीसाबंदियों का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम संयोजक पंकज फतेहचंदानी ने बताया कि इस मौके पर वक्ताओं ने उस समय की त्रासदी के दुख को सबको सुनाया और बताया कि कैसे लोग सिंध से हिन्दुस्तान आए थे।
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